गुड न्यूजः BRABU का लखनऊ सेंट्रल यूनिवर्सिटी और दीनदयाल विश्वविद्यालय से MoU, छात्रों का बड़ा फायदा
कुलपति ने बताया कि यह एमओयू पांच वर्षों के लिए किया गया है। इन दोनों विश्वविद्यालयों में छात्रों से जुड़ी कोई गतिविधि होगी तो उसका एक यूनिवर्सिटी से दूसरे के साथ आदान-प्रदान भी किया जाएगा।

सूबे के प्रतिष्ठित बीआरए बिहार यूनिवर्सिटी के छात्र अब लखनऊ केंद्रीय विवि और राजस्थान के दीनदयाल उपाध्याय विवि शेखावती सीकर में जाकर शोध कर सकेंगे। इन दोनों विश्वविद्यालयों के साथ बिहार यूनिवर्सिटी का पठन पाठन और रिसर्च को लेकर करार हुआ है। बिहार यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो. दिनेश चंद्र राय ने दोनों यूनिवर्सिटी के पदाधिकारियों के साथ एमओयू पर हस्ताक्षर किए हैं। विश्वविद्यालय के इसे एक बड़ी उपलब्धि बताई जा रही है। छात्र छात्राओं के बीच इसे लेकर काफी उत्साह का माहौल है।
कुलपति दिनेश चंद्र राय ने बताया कि लखनऊ में हुए कुलपतियों के तीन दिवसीय सम्मेलन में यह एमओयू किया गया है। सम्मेलन में देश के कई विश्विद्यालयों के कुलपति शामिल हुए थे। वाइस चांसलर प्रोफेसर राय ने बताया कि इस एमओयू के बाद बिहार विवि के छात्र लखनऊ और सीकर विवि जाकर शोध कार्य कर पाएंगे। दोनों विश्वविद्यालय के शिक्षक दोनों जगह जाकर पढ़ा सकेंगे। दोनों विश्वविद्यालयों के बीच प्रशिक्षण कार्यक्रम भी चलाए जाएंगे। इससे एक ओर शिक्षा की गुणवत्ता में समुचित सुधार होगा तो दूसरी ओर छात्र छात्राओं को उच्च शिक्षा का बेहतर विकल्प और करियर ऑप्शन मिलेगा।
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कुलपति प्नो दिनेश चंद्र राय ने बताया कि यह एमओयू पांच वर्षों के लिए किया गया है। इन दोनों विश्वविद्यालयों में छात्रों से जुड़ी कोई गतिविधि होगी तो उसका आदान-प्रदान भी किया जाएगा। इस एमओयू के बाद बिहार विवि दोनों विश्वविद्यालयों के साथ मूक कार्यक्रम भी चलाएगा। दोनों विश्वविद्यालयों के बीच सेमिनार, सम्मेलन और अन्य शैक्षिक कार्यक्रम भी होंगे। एमओयू के बाद लखनऊ और शेखावती विवि के शिक्षक बिहार विवि के शोध छात्रों के गाइड बन सकेंगे। यहां के शिक्षक भी इन दोनों विवि के गाइड बन सकेंगे। इस एमओयू को तोड़ने के लिए किसी भी पक्ष को 30 दिन की अग्रिम नोटिस देनी होगी।