Hindi Newsबिहार न्यूज़Former President Ram Nath Kovind paid obeisance at Patna Sahib Gurdwara paid tribute to first President Rajendra Babu

पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने पटना साहिब गुरुद्वारे में टेका मत्था, प्रथम राष्ट्रपति राजेंद्र बाबू को दी श्रद्धांजलि

पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शनिवार को पटना सिटी के तख्त श्रीहरमंदिर साहिब गुरुद्वारे में मत्था टेका, इस मौके पर उन्हें सिरोपा देकर उन्हें सम्मानित किया गया। गुरुद्वारे में करीब डेढ़ घंटे बिताए।

Sandeep हिन्दुस्तान, पटनाSat, 3 Dec 2022 01:40 PM
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पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद बिहार दौरे पर हैं। शनिवार की सुबह कोविंद पटना सिटी के तख्त श्रीहरमंदिर साहिब गुरुद्वारा पहुंचे। वहां पहुंचकर उन्होंने गुरुद्वारा में दरबार में माथा टेका और गुरु के दरबार में हाजिरी लगाई। इस दौरान पूर्व राष्ट्रपति का गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटी के लोगों ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। रामनाथ कोविंद के पहुंचने से पहले ही सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे। वहां पहुंचकर उन्होंने गुरुद्वारे में एक घंटे से ज्यादा का वक्त गुजारा। 

पूर्व राष्ट्रपति को सिरोपा देकर किया सम्मानित

पूर्व राष्ट्रपति ने वहां गुरुद्वारे में दरबार के अंदर और बाहर के सभी व्यवस्था को देखा। गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटी के लोगों के द्वारा वहां चल रहे विशाल लंगर के बारे में भी उन्हें जानकारी दी गई। रामनाथ कोविंद ने गुरुद्वारा में चारों तरफ घूम-घूमकर वहां की विधि व्यवस्था देखी और खुशी जाहिर की।  पटना साहिब गुरुद्वारा के जत्थेदार इकबाल सिंह ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को सिरोपा देकर उन्हें सम्मानित किया। इस मौके पर प्रबंधन कमेटी के अध्यक्ष महेंद्र पाल सिंह ढिल्लों महासचिव राजा सिंह सहित कई लोगों ने पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को सम्मानित किया।

प्रथम राष्ट्रपति राजेंद्र बाबू को श्रद्धांजलि

पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद राजभवन के पास राजेंद्र चौक पर देश के पहले राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया और उन्हें श्रद्धांजलि दी। इससे पहले शुक्रवार को बोधगया में इंटरनेशनल त्रिपिटक चैटिंग समारोह में पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद शामिल हुए थे। जहां उन्होने विश्व प्रसिद्ध महाबोधि मंदिर में पूजा-अर्चना की। 17वें इंटरनेशनल त्रिपिटक चैटिंग समारोह में 10 देशों के 4000 से ज्यादा श्रद्धालु शामिल हुए थे। जिसमें अलग-अलग देशों के भिक्षु श्रद्धालु 'सूत्त पिटक' का जाप किया जाता है।

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