Hindi Newsबिहार न्यूज़Former MLA bahubali leader Rajan tiwari arrested from Bihar raxaul near nepal border by motihari and up police

बाहुबली नेता राजन तिवारी बिहार के रक्सौल से गिरफ्तार, नेपाल भागने की फिराक में थे पूर्व विधायक

बाहुबली पूर्व विधायक राजन तिवारी को बिहार के रक्सौल से गिरफ्तार कर लिया गया है। राजन तिवारी नेपाल भागने की फिराक में थे।

Jayesh Jetawat लाइव हिन्दुस्तान, मोतिहारीThu, 18 Aug 2022 02:03 PM
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बाहुबली नेता और पूर्व विधायक राजन तिवारी को बिहार के रक्सौल से गिरफ्तार कर लिया गया है। राजन तिवारी नेपाल भागने की फिराक में थे। उन्हें नेपाल बॉर्डर के पास से पकड़ा गया। बिहार और उत्तर प्रदेश की पुलिस ने मिलकर इस कार्रवाई को अंजाम दिया है। राजन तिवारी मोतिहारी के गोविंदगंज से विधायक रह चुके हैं। उनके खिलाफ बिहार और यूपी में कई आपराधिक मामले दर्ज हैं।

पुलिस को राजन तिवारी की लंबे समय से तलाश थी। उनपर 20 हजार रुपये का इनाम भी रखा हुआ था। मोतिहारी पुलिस को सूचना मिली कि राजन तिवारी नेपाल भागने की फिराक में हैं और वे मोतिहारी में छिपे हुए हैं। इसकी सूचना यूपी पुलिस को दी गई। इसके बाद दोनों राज्यों की पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में उन्हें रक्सौल के हरैया ओपी थाना क्षेत्र से गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया गया।

मोतिहारी के एसपी कुमार आशीष ने राजन तिवारी की गिरफ्तारी की पुष्टि की। राजन का नाम यूपी के टॉप 61 माफिया की लिस्ट में शुमार है। उनपर गोरखपुर कैंट थाने में दर्ज 1996 के हत्या के दो मामलों में आरोपी बनाया गया था। इस केस में गैंगस्टर श्रीप्रकाश शुक्ला भी सहआरोपी थे।

पुलिस पर कार्बाइन से किया था हमला

पुलिस सूत्रों ने बताया कि साल 1998 में गोरखपुर में पुलिस पर कार्बाइन से हमला हुआ था जिसमें गैंगस्टर एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया था। उस मामले में भी राजन तिवारी आरोपी थे। इस मामले में कोर्ट से 12 जुलाई 2022 को गिरफ्तारी वारंट जारी हुआ था। यूपी पुलिस लगातार राजन तिवारी की ट्रैकिंग कर रही थी। यूपी पुलिस को जब यह सूचना मिली की वे काठमांडू नेपाल जा रहे हैं। तो रक्सौल में पुलिस जाल बिछा कर नाटकीय ढंग से धर दबोच गया।

बीजेपी की सदस्यता लेने पर हुआ था विवाद

राजन तिवारी पर यूपी और बिहार में 40 से ज्यादा मुकदमे दर्ज हैं। 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले राजन तिवारी ने लखनऊ में बीजेपी की सदस्यता ली थी, जिसपर काफी विवाद हुआ था। इसके बाद वो पार्टी से साइडलाइन कर दिए गए।

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