विधानसभा चुनाव में पहली बार एम-थ्री मॉडल ईवीएम से बिहार में मतदान, 348 प्रत्याशी के नाम व चुनाव चिह्न हो सकते फीड
विधानभा चुनाव में इस बार पूरे बिहार में एम थ्री मॉडल के ईवीएम के इस्तेमाल का प्रस्ताव है। एम थ्री मॉलडल के ईवीएम के संचालन के लिए अधिकारियों व कर्मचारियों को अलग से प्रशिक्षित किया जा रहा है।...
विधानभा चुनाव में इस बार पूरे बिहार में एम थ्री मॉडल के ईवीएम के इस्तेमाल का प्रस्ताव है। एम थ्री मॉलडल के ईवीएम के संचालन के लिए अधिकारियों व कर्मचारियों को अलग से प्रशिक्षित किया जा रहा है। पुरानी ईवीएम मशीन में जहां अधिकतम 64 प्रत्याशियों के नाम व चुनाव चिह्न फीड हो सकते थे, वहीं नई ईवीएम में 348 प्रत्याशियों के नाम व चुनाव चिह्न फीड हो सकते हैं।
नई ईवीएम की एक खास बात यह है कि ईवीएम, बैलेट यूनिट या वीवी पैट में से किसी में भी गड़बड़ी आने पर इसकी सूचना सीधे पीठासीन पदाधिकारी को मिल जाएगी। एम थ्री मॉडल का ईवीएम सेल्फ डायग्नोस्टिक है, इसलिए इनकी मरम्मत में अधिक समय नहीं लगेगा और चुनाव में ईवीएम की गड़बड़ी के कारण बाधा नहीं आएगी।
ईवीएम का यह नया मॉडल इस मायने में भी मतदाताओं के लिए महत्वपूर्ण है कि वोट देने के बाद स्क्रीन पर वह चुनाव चिह्न दिखायी देगा जिसे मतदाता ने वोट किया है। इसके अलावा वीवी पैट में सात सेकेंड के लिए पर्ची निकलेगी, वह अलग से। पहले इस्तेमाल होने वाली ईवीएम अत्यधिक तापमान पर कभी कभी खराब हो जाती थी। मॉडल थ्री ईवीएम में यह समस्या न के बराबर है। बड़ी बात यह भी कि दो वोटिंग के बीच नई ईवीएम 14 से 20 सेकेंड का समय लेगी, इससे वोटिंग प्रतिशत बढ़ने की भी उम्मीद है।