Fathers Day: मेरे लिए आपके कंधों से बढ़ कर तीर्थ नहीं, पापा लालू को रोहिणी ने इस अंदाज में किया विश
रोहिणी आचार्या के फादर्स डे विश की काफी चर्चा हो रही है। रोहिणी आचार्या लालू यादव की दूसरी संतान हैं। उनसे बड़ी बहन मीसा भारती हैं। लालू यादव के प्रति रोहिणी के प्रेम की चर्चा दुनिया भर में होती है।
Fathers Day 2024: आज 16 जून को पूरे विश्व में फादर्स डे मनाया जा रहा है। लोग अपने पिता को सोशल मीडिया और अन्य माध्यमों से अपने-अपने अंदाज में विश कर रहे हैं। इस बीच आरजेडी शिवपुरी में लालू प्रसाद यादव की बेटी दो रोहिणी आचार्या ने पिता को बेहद खास अंदाज में फादर्स डे की शुभकामनाएं दी हैं। रोहिणी ने लालू प्रसाद यादव के कंधे को तीर्थ स्थान बताते हुए उन्हें अपनी सबसे बड़ी ताकत करार दिया है और हैप्पी फादर्स डे कहा है।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर रोहिणी आचार्या ने लालू यादव के साथ अपना एक पुराना फोटो भी शेयर किया है। इसके साथ रोहिणी लिखती हैं-
मेरे लिए तो आपके कंधों से बढ़ कर कोई तीर्थ नहीं है पापा,आपका प्यार व् सदैव आपसे मिलने वाला मार्गदर्शन मेरी सबसे शक्तिशाली नैतिक शक्ति.. 'मेरे लिए आप क्या हैं' शब्दों में इसे बयां करना असंभव है ,मैं बस इतना ही कह सकती हूँ "आप सबसे खास, आप अविश्वसनीय हैं" हैप्पी फादर्स डे पापा।
रोहिणी आचार्या के फादर्स डे विश की काफी चर्चा हो रही है। रोहिणी आचार्या लालू यादव की दूसरी संतान हैं। उनसे बड़ी बहन मीसा भारती हैं। अपने पिता लालू यादव के प्रति रोहिणी के प्रेम की चर्चा दुनिया भर में होती है। किडनी खराब होने के कारण लालू यादव की जिंदगी खतरे में थी। सिंगापुर में पति के साथ रहने वाली रोहिणी ने वहीं बुलाकर न सिर्फ लालू यादव का इलाज करवाया बल्कि अपनी एक किडनी भी पिता को दान कर दिया। इसके बाद दुनिया भर में रोहिणी की सराहणा हुई। लोग कहते सुने गए- बेटी हो तो रोहिणी जैसी। खुद लालू यादव भी सार्वजनिक मंचों से यह ऐलान करते हैं कि बेटी ने उन्हें जीवन दान दिया है।
लालू यादव ने लोकसभा चुनाव 2024 में रोहिणी को सारण लोकसभा सीट से पार्टी का टिकट दिया। दरअसल किडनी देने के बाद से ही राजद में आवाज उठने लगी कि उन्हें राजनीति में लाया जाए। उसके बाद उन्हें बीजेपी नेता राजीव प्रताप रूडी के खिलाफ सारण से चुनाव लड़वाया गया। लालू यादव ने कहीं चुनाव प्रचार नहीं किया लेकिन सारण में वे खुंटा ठोककर अड़े रहे। सारण देश भर की हॉट सीटों में शुमार हो गया। हालांकि रोहिणी चुनाव हार गईं और बच्चों से मिलने सिंगापुर चली गईं।