महावीर मंदिर के भिखारी को पहुंचा दो रंगदारी, पटना के दो डॉक्टरों से गुंडों की गजब डिमांड
पीएमसीएच के दो डॉक्टरों से 5-5 लाख रुपये की रंगदारी वंचित समाज के नाम पर पत्र भेजकर मांगी गई है। रंगदारी की रकम नहीं देने पर उन्हें जान से मारने की धमकी दी गई। पुलिस जांच में जुट गई है।
पीएमसीएच के दो डॉक्टरों से 5-5 लाख रुपये की रंगदारी वंचित समाज के नाम पर पत्र भेजकर मांगी गई है। रंगदारी की रकम नहीं देने पर उन्हें जान से मारने की धमकी दी गई। इस बाबत पीएमसीएच के औषधि विभागाध्यक्ष सह प्राध्यापक डॉ. कौशल किशोर और स्त्री रोग व प्रसव विभागाध्यक्ष सह प्राध्यापक डॉ. गीता सिन्हा ने पीरबहोर थाने में 24 दिसंबर को केस दर्ज करवाया है। रंगदारी की रकम महावीर मंदिर के पास एक भिखारी को देने की बात कही गई है। पीरबहोर थानेदार सबीह उल हक ने बताया कि पुलिस रंगदारी मामले की छानबीन कर रही है। दोनों पत्र वंचित समाज के नाम पर ही भेजे गये हैं। लेकिन दोनों पता अलग-अलग है। बकौल थानेदार पुलिस इस मामले की जांच कर रही है।
डॉक्टर गीता को 21 दिसंबर के रोज लिफाफे में पत्र मिला। रंगदारी मांगे जाने वाली चिट्ठी लिखने वाले ने खुद को वंचित समाज का बताया है। इस पत्र में उसने अपना पता वीरचंद पटेल पथ लिखा है। जबकि दूसरी चिट्ठी 22 दिसंबर को दोपहर साढ़े 12 बजे डा. कौशल किशोर को भेजी गई। उन्हें भी वंचित समाज के नाम पर पत्र भेजा गया जिसमें पता 191, तारेगना, मसौढ़ी लिखा था। रंगदारी नहीं देने पर दोनों डॉक्टरों को जान से मारने की धमकी दी गई है।
महावीर मंदिर के पास रकम देने को कहा
रंगदारी मांगने वाले ने डॉक्टरों को पटना जंक्शन स्थित महावीर मंदिर के पास लाकर देने को कहा है। डॉ. कौशल किशोर को 30 दिसंबर या दो जनवरी 2024 तक रुपये देने को कहा गया है। रंगदारी मांगने वाले ने कहा है कि महावीर मंदिर के पास उन्हें लाल या गेरुआ रंग का कंबल लपेटा भिखारी मिलेगा, जिसे सौ रुपये देने के बाद उन्हें रंगदारी की रकम से भरा लिफाफा देना होगा।
सीसीटीवी फुटेज से होगा खुलासा
इधर, पीएमसीएच के डॉक्टरों से लगातार रंगदारी मांगे जाने को लेकर पुलिस ने तफ्तीश शुरू कर दी है। रंगदारी वाली चिट्ठी में मसौढ़ी का पता लिखा था। उसका सत्यापन नहीं हो सका। पुलिस टीम यह पता लगा रही है कि किस डाकघर से पत्र को भेजा गया। जिस वक्त पत्र को भेजा गया उस समय का सीसीटीवी फुटेज पुलिस खंगालेगी। इसके बाद पत्र भेजने वाले की पहचान हो सकती है। इससे पूर्व भी दंत रोग विभाग के विभागाध्यक्ष से वंचित समाज के नाम पर ही रंगदारी की मांग की गई थी। पिछले एक हफ्ते में तीन डॉक्टरों से रंगदारी मांगी जा चुकी है।