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कोरोना वायरस : आइसोलेशन वार्ड में ड्यूटी लगाने पर हंगामा, आठ जूनियर डॉक्टर सस्पेंड

पटना के पीएमसीएच के आइसोलेशन वार्ड में ड्यूटी लगने पर रेडियोलॉजी विभाग के आठ जूनियर डॉक्टरों को कार्य से निलंबित कर दिया गया। आठों डॉक्टरों ने आइसोलेशन वार्ड में ड्यूटी लगाने पर शुक्रवार को...

Amit Gupta पटना। वरीय संवाददाता , Sat, 2 May 2020 08:49 PM
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पटना के पीएमसीएच के आइसोलेशन वार्ड में ड्यूटी लगने पर रेडियोलॉजी विभाग के आठ जूनियर डॉक्टरों को कार्य से निलंबित कर दिया गया। आठों डॉक्टरों ने आइसोलेशन वार्ड में ड्यूटी लगाने पर शुक्रवार को हंगामा किया तथा मेडिसीन विभाग के सीनियर डॉक्टरों के साथ बदतमीजी की और ड्यूटी से इनकार कर दिया था।

बाद में सीनियर डॉक्टरों ने इसकी शिकायत पीएमसीएच अधीक्षक से की तथा कार्रवाई की मांग की। साथ ही कहा कि जब तक इन जूनियर डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की जाती है, तब तक वे लोग ड्यूटी नहीं करेंगे। इसके बाद पटना मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य और पीएमसीएच अधीक्षक ने संयुक्त रूप से आठों जूनियर डॉक्टरों को निलंबित करने का आदेश जारी किया। निलंबन अवधि में भी इन आठों जूनियर डॉक्टरों की ड्यूटी आइसोलेशन वार्ड और फ्लू कॉर्नर पर ही लगाई गई है। निलंबन के बाद जूनियर डॉक्टरों को मिलने वाली छात्रवृत्ति पर रोक लग जाएगी। इसके अलावा पीजी कोर्स की अवधि में व्यवधान के कारण इनकी परीक्षा देने पर भी रोक लग सकती है। प्राचार्य और अधीक्षक ने निलंबन आदेश की कॉपी स्वास्थ्य विभाग को भी भेज दी है। निलंबित होने वाले डॉक्टरों में डॉ. जान, डॉ. कृष्ण कुमार ठाकुर, डॉ. रवि रंजन, डॉ. संदीप कुमार, डॉ. तरुण कुमार, डॉ. सुभाष कुमार, डॉ. पवन कुमार और डॉ. चंद्रभूषण सिंह शामिल हैं।

अब सरकार निलंबन पर करेगी फैसला

निलंबन अदेश जारी होने के बाद आठों पीजी डॉक्टरों ने अधीक्षक चैंबर में जाकर माफी मांगी। हालांकि अधीक्षक ने साफ कह दिया कि आदेश की कॉपी स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव को भेजी जा चुकी है। अब वही निर्णय लेंगे। तब तक उन्होंने डॉक्टरों से अपनी ड्यूटी ढंग से करने की सलाह दी। कहा कि कार्य संतोषजनक होने पर बाद में इनके माफीनामा पर विचार करते हुए विभाग से निलंबन वापसी का आग्रह किया जाएगा। पीएमसीएच अधीक्षक ने कहा कि यह पीएमसीएच के इतिहास में सबसे बड़ी कार्रवाई है। इससे अन्य जूनियर डॉक्टरों में भी कड़ा संदेश जाएगा। इन डॉक्टरों से वही पर काम लिया जा रहा है, जहां तैनाती किए जाने पर इन्होंने अमर्यादित व्यवहार किया था।

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