रेवंत रेड्डी के बिहारी डीएनए को तेलंगाना से कमतर बताने पर INDIA गठबंधन में तकरार, कांग्रेस पर भड़की जेडीयू
तेलंगाना के भावी मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी के बिहारी डीएनए पर सवाल उठाए जाने पर जेडीयू ने आपत्ति जताई है। जेडीयू ने कांग्रेस आलाकमान से इस मामले को गंभीरता से देखने की अपील की है।
तेलंगाना में कांग्रेस द्वारा घोषित नए मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी के एक बयान से बिहार में सियासत तेज हो गई है। उन्होंने बिहारी डीएनए पर सवाल उठाया है। रेवंत रेड्डी ने कहा कि तेलंगाना का डीएनए बिहार से बेहतर है। अब विपक्षी गठबंधन INDIA गुट में इस मुद्दे पर घमासान मच गया है। बिहार के सीएम नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू ने इस पर आपत्ति जताई है। जेडीयू ने कांग्रेस से कहा कि ऐसे बयानों पर आलाकमान सख्त रवैया अपनाए। बिहारी डीएनए पर सवाल उठाने की वजह से नरेंद्र मोदी को भी हार का सामना करना पड़ा था।
जेडीयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने बुधवार को कहा कि बिहार और तेलंगाना का डीएनए अलग-अलग नहीं है। पूरे हिंदुस्तान का डीएनए एक ही है। जो लोग ऐसा सोचते हैं कि हर राज्य का डीएनए अलग है। उनके बारे में कांग्रेस आलाकमान को सोचना चाहिए। जेडीयु नेता ने रेवंत रेड्डी का नाम लेते हुए कहा कि उन्हें इतिहास की जानकारी होनी चाहिए। यह देश सबका है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहारी डीएनए पर सवाल खड़ा किया था तो उन्हें 2015 में बिहार हारना पड़ा था।
नीरज कुमार ने कहा कि INDIA गठबंधन में शामिल पार्टियों के नेताओं को ऐसे बयानों से बचना चाहिए। बिहार से कई योग्य और प्रतिभाशाली अफसर एवं नेता देश को मिले, ऐसे में बिहारी डीएनए पर सवाल कैसे खड़े किए जा रहे हैं।
वहीं बिहार सरकार में भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी ने भी कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि हमारे डीएनए पर कटाक्ष करने वालों का हश्र देश ने देखा है। रेवंत रेड्डी की कुंठा का कोई इलाज तो नहीं, लेकिन उनकी जानकारी दुरुस्त जरूर कर सकता हूं। ये वही बिहार है जहां आर्यभट्ट और सम्राट अशोक ने जन्म लिया। जहां बापू ने आजादी के लिए सत्याग्रह किया। जहां लोकतंत्र की नींव रखी गई। ये वही बिहारी डीएनए था जिसके सम्पूर्ण आंदोलन से सरकारें हिल गई थीं।
बता दें कि तेलंगाना के नए मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने विधानसभा चुनाव के दौरान यह बयान दिया था। उन्होंने कहा एक इंटरव्यू में कहा था कि उनका डीएनए तेलंगाना का है और केसीआर का डीएनए बिहार वाला है। इस तरह उन्होंने तेलंगाना के डीएनए को बिहारी डीएनए से बेहतर बताया। अब इस पर सियासी बवाल मच गया है। बीजेपी ने भी इस पर आपत्ति जताते हुए कहा कि कांग्रेस की राजनीति बांटने वाली है।