नए साल के जश्न में 'चीनी' खलल, पूर्णिया के सैलानियों ने कैंसिल कराए ट्रैवल पैकेज और होटल बुकिंग
कोरोना के नए बीएफ.7 वेरिएंट ने नए साल में नेपाल और बंगाल जाने वाले सैलानियों के कदम खींच लिए हैं। पूर्णिया के लोगों ने होटल बुकिंग और ट्रैवल आर्डर भी कैंसिल करा दिए हैं। एक बार फिर लोग चिंतित हो गए है
नए साल के स्वागत में ‘चीनी’ खलल पड़ गयी है। 2023 के जश्न से पहले बीएफ.7 वेरिएंट ने न्यू ईयर में नेपाल और बंगाल जाने वाले सैलानियों के कदम खींच लिए हैं। सैलानियों ने नेपाल की पहाड़ी के साथ बंगाल समेत नार्थ ईस्ट के राज्यों में जाने का इरादा बदल लिया है। पूर्णिया समेत सीमांचल और कोसी के सैकड़ों लोंगों ने क्रिसमस से नए साल तक इन इलाकों में जाकर जश्न मनाने की तैयारी की थी। होटल बुक हो चुका था। मगर अब लोग होटलों की बुकिंग के साथ गाड़ियों के आर्डर कैंसिल कराने लगे हैं।
पूर्णिया में 25 फीसदी लोगों ने ही लिया है बूस्टर डोज
कोरोना की आमद के बीच अब लोग बूस्टर डोज की तलाश में जुट गए हैं। पूर्णिया में 90 फीसदी लोग कोरोना का फर्स्ट डोज तो 70 फीसदी से अधिक लोग सेकंड डोज ले चुके हैं। मगर बूस्टर डोज लेने वालों की संख्या महज 25 फीसदी ही है। कोरोना की दोबारा धमक के बीच जिला में स्वास्थ्य विभाग के पास टीका भी उपलब्ध नहीं है। जिला मुख्यालय से प्रखंडों तक बने कई टीकाकरण केंद्रों पर ताले जड़े जा चुके हैं। अस्पतालों में कोरोना की जांच भी नहीं हो पा रही है।
आपको बता दें चीन में लगातार बढ़ते कोरोना के मामलों के लिए जिम्मेदार ओमीक्रोन के सब-वेरिएंट बीएफ.7 के चार मामले भारत में भी सामने आए हैं। जिसके बाद से राज्य के लोगों की चिंता बढ़ गई है। जिसके मद्देनजर बिहार के स्वास्थ्य विभाग ने बुधवार को समीक्षा बैठक की। केंद्र ने नमूनों की जांच करने और जीनोम सिक्वेंसिंग कराने पर जोर दिया है ताकि कोरोना के नये स्ट्रेन की जानकारी मिल सके। आईजीआईएमएस के माइक्रोबायोलॉजी विभाग को नमूना संग्रह करने और जिलों से समन्वय स्थापित करने को कहा है। विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने राज्य स्वास्थ्य समिति व आईजीआईएमएस के पदाधिकारियों के साथ बैठक की।
हर सैंपल की होगी जीनोम सीक्वेंसिंग
बैठक में कहा गया कि जिलों में जहां भी कोरोना की जांच हो रही है, वहां पॉजीटिव केस अगर मिलते हैं तो उनकी जीनोम सिक्वेसिंग कराएं। पीएमसीएच के वरीय चिकित्सक डॉ. बीके चौधरी ने बताया कि नया वेरिएंट बीएफ.7 ओमिक्रोन का ही सब वेरिएंट है। यह काफी संक्रामक है। जितनी जल्दी हो सके लोगों को बूस्टर डोज ले लेना चाहिए। सार्वजनिक स्थलों पर मास्क अनिवार्य कर देना चाहिए। लेागों को को अनावश्यक भीड़ और यात्रा से बचना चाहिए। हल्का लक्षण पर भी जांच कराएं। जरूरत पड़ी तो रेलवे स्टेशनों व बस अड्डों पर रैंडम जांच होगी।
बिहार में कोरोना के मात्र तीन सक्रिय केस पाए गए। इनमें से दो दरभंगा और एक गया का निवासी है। पूरे राज्य से पिछले दो दिनों में एक भी नया केस नहीं मिला है। आईजीआईएमएस के एक वरीय चिकित्सक ने बताया कि ये सभी ओमिक्रॉन के ही सब वेरिएंट हैं, जो म्यूटेंट होकर ज्यादा संक्रामक बन गया है। यह कितना जानलेवा है इस पर अध्ययन हो रहा है। केंद्रीय सचिव ने राज्यों को दिए निर्देश में कहा कि 7 दिनों में भारत में 1200 और विश्वभर में 35 लाख कोरोना के मामले आए हैं। ऐसे में शुरुआती पहचान, आइसोलेशन, ट्रेसिंग, टेस्टिंग, ट्रीटमेंट व संक्रमितों का प्रबंधन पर जोर दें।