छपरा हिंसा की जांच तेज, राबड़ी आवास पहुंची SIT, राेहिणी आचार्य के खिलाफ दर्ज हुई है FIR
सारण जिले में चुनाव को लेकर हुई हिंसक वारदात की जांच के लिए गठित एसआइटी की टीम गुरुवार को पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के आवास पर पहुंची। हालांकि एसआईटी टीम आवास के अंदर नही गयी।
बिहार के सारण जिले में चुनाव को लेकर हुई हिंसक वारदात की जांच के लिए गठित एसआइटी की टीम गुरुवार को पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के आवास पर पहुंची। हालांकि टीम आवास के अंदर नही गयी। जांच टीम ने सुरक्षा कर्मियों के चेहरे का मिलान घटनास्थल से प्राप्त वीडियो फुटेज के आधार पर किया। सुरक्षा इंचार्ज इंस्पेक्टर ने एसआईटी को घटनास्थल पर मौजूद सुरक्षाकर्मी और सेक्टर मजिस्ट्रेट के साथ रहे सुरक्षा कर्मी से यहां मौजूद सुरक्षा कर्मियों का चेहरा नही मिलने की जानकारी दी। वहीं, टीम ने रोहिणी आचार्य के साथ रहे सुरक्षाकर्मियों की भी जानकारी ली। करीब आधा घंटा तक रहने और आवश्यक जानकारी लेने के बाद एसआइटी टीम छपरा लौट गई। बता दें कि छपरा में मतदान केंद्र पर हंगामे के आरोप में आरजेडी उम्मीदवार रोहिणी आचार्य और पूर्व एमएलसी भोला यादव समेत आठ लोगों पर 8 पर केस दर्ज किया गया है।
छपरा के बड़ा तेलपा मोहल्ले में स्थित बूथ संख्या 318 व 319 पर 20 मई को चुनाव के दिन हुए हंगामा और मारपीट की घटना को लेकर टाउन थाने में बड़ा तेलपा मोहल्ले के मनोज कुमार ने एफआईआर दर्ज कराई है। उनका आरोप है कि राजद प्रत्याशी ने मतदान केंद्र पर पहुंचकर फर्जी मतदान करने का दबाव बनाया। उनके साथ पूर्व एमएलसी भोला राय व 50 से अधिक लोग मौजूद थे।
छपरा में इंटरनेट सेवा पर पाबंदी 25 मई तक बढ़ाई गई
छपरा में चुनावी हिंसा के बाद सारण जिले में इंटरनेट सेवा पर लगाई गई रोक अब 25 मई शाम पांच बजे तक बढ़ा दी गयी है। गृह विभाग ने पहले 23 मई तक ही इंटरनेट सेवा बाधित रखने का निर्देश दिया गया था। लोकसभा चुनाव के छठे चरण में महाराजगंज सीट पर होने वाले चुनाव को देखते हुए अब इस रोक की अवधि बढ़ाकर 25 मई तक कर दी गयी है। बुधवार को जारी विभागीय आदेश के अनुसार, सारण के डीएम और एसपी की रिपोर्ट पर रोक की अवधि बढ़ाई गई है। आशंका है कि महाराजगंज में होने वाले चुनाव में सारण के कुछ असामाजिक तत्व इंटरनेट के जरिए माहौल खराब कर सकते हैं।