घुसपैठ करते बांग्लादेशी तस्करों को BSF ने सीमा पार खदेड़ा, मुठभेड़ में एक की मौत
बिहार के किशनगंज से लगी भारत-बांग्लादेश सीमा पर 6-7 बांग्लादेशी तस्करों ने बाड़ काटकर अवैध तरीके से भारत में घुसने की कोशिश की। बीएसएफ और तस्करों के बीच हुई मुठभेड़ में एक बांग्लादेशी की मौत हो गई।
बीएसएफ के जवानों ने गुरुवार रात भारत-बांग्लादेश सीमा पर राष्ट्रीय सुरक्षा बाड़ को तोड़ने की कोशिश कर रहे एक तस्कर को मार गिराया। इस घटना को बीएसएफ की 152 वीं बटालियन ने अंजाम दिया है। जवानों ने छह-सात बांग्लादेशी तस्करों की आवाजाही देखी तो उन्हें अपनी गैरकानूनी गतिविधियों को बंद करने की चेतावनी दी,। मगर तस्करों ने सेना की चेतावनियों को नजरअंदाज कर दिया। इसके बाद जवानों ने स्टन ग्रेनेड फेंककर तस्करों को रोकने के लिए जवाबी कार्रवाई की। इस बीच सारे तस्कर भागने लगे और इसमें एक की मौत हो गई।
इस बीच तस्करों ने भी जबावी कार्रवाई करते हुए ड्यूटी पर तैनात बीएसएफ कर्मियों पर हमला की कोशिश की। उन पर तेज धार वाले हथियारों से हमला किया और उनके हथियार छीनने की भी कोशिश की। आत्मरक्षा के अधिकार का प्रयोग करते हुए बीएसएफ कर्मी ने अपनी सर्विस राइफल से गोलीबारी की। इसके बाद बांग्लादेशी तस्कर बांग्लादेशी सीमा की ओर भागने लगे। इस भागदौड़ में एक तस्कर मारा गया। मारे गए तस्कर की पहचान हो गई है।
जवानों ने बाद में इलाके की तलाशी ली तो उन्हें हथियार भी बरामद हुए। बीएसएफ के जवानों ने दो तेज धार वाले हथियार, एक बाड़ कटर, एक मोबाइल फोन और 40 बांग्लादेशी टका बरामद किए हैं। मृतक तस्कर की पहचान मोहम्मद राजू, पुत्र होबी, निवासी हाटगुरियाली, बलियाडांगी, जिला ठाकुरगांव (बांग्लादेश) के रूप में की गई।
बंगाल की ग्वालपोखर पुलिस द्वारा सत्यापन के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए इस्लामपुर अस्पताल भेज दिया गया। यह जानकारी बीएसएफ ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करके दी थी। प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया कि उत्तर बंगाल फ्रंटियर बीएसएफ के महानिरीक्षक सूर्यकांत शर्मा के नेतृत्व में भारत-बांग्लादेश सीमा पर तैनात सैनिक राष्ट्र-विरोधी तत्वों व तस्करी और घुसपैठ के अपने मंसूबों को अंजाम देने के किसी भी प्रयास को विफल करने के लिए हर सम्भव प्रयासरत है। इस तरह सेना सीमा पर किसी भी तरह की गैरकानूनी गतिविधियों को रोकने के लिए तैयार है।