बिहार : पटना कॉलेज में छात्रों का उत्पात, पथराव के बाद चले बम
पटना कॉलेज के इतिहास विभाग में क्लास रूम में आगे की सीट पर बैठने को लेकर मिंटो और इकबाल छात्रावास के छात्रों ने जमकर उत्पात मचाया। गुरुवार की सुबह 9:30 बजे हुए विवाद के बाद अचानक कॉलेज कैंपस में एक...
पटना कॉलेज के इतिहास विभाग में क्लास रूम में आगे की सीट पर बैठने को लेकर मिंटो और इकबाल छात्रावास के छात्रों ने जमकर उत्पात मचाया। गुरुवार की सुबह 9:30 बजे हुए विवाद के बाद अचानक कॉलेज कैंपस में एक के बाद एक कई बम धमाके किए गए। इससे कॉलेज कैंपस थर्रा उठा और भगदड़ की स्थिति उत्पन्न हो गई।
इससे पहले हॉकी स्टिक और लाठी-डंडों से लैस छात्रों ने कैंपस में जमकर उत्पात मचाया। दोनों पक्षों के बीच जमकर पथराव हुआ। फिलहाल बंद पड़े नदवी छात्रावास में भी ईंट-पत्थर चलाए गए। इसमें दो हॉस्टलों के कई कमरों के शीशे टूट गए। यही नहीं, उपद्रवी छात्रों ने पटना कॉलेज के अंग्रेजी विभाग के अध्यक्ष प्रो. संजय कुमार सिन्हा की नई गाड़ी और बीबीए डिपार्टमेंट के गेस्ट फैकल्टी डॉ. परवेज अख्तर की गाड़ियों को क्षतिग्रस्त कर दिया। कैंपस में खड़ी आधा दर्जन से अधिक मोटरसाइकिलों में भी तोड़फोड़ की। इस दौरान इकबाल छात्रावास के छात्र पूर्णिया निवासी जहांगीर और उसका भाई यासिर घायल हो गया।
डीडीई में दाखिला लेने आए यासिर का सिर फट गया, जिसका निजी अस्पताल में इलाज कराया गया। वहीं पटना कॉलेज के सेकेंड ईयर के छात्र जहांगीर के हाथ में चोट आई है। उपद्रव के बाद वोकेशनल और रेगुलर कोर्स के छात्र-छात्राएं क्लास छोड़कर चले गए। खासकर छात्राओं में दहशत का माहौल बना रहा। बवाल के बाद वरीय अधिकारी कई थानों की पुलिस के साथ कैंपस पहुंच गए। तनाव को देखते कैंपस में दंगा नियंत्रण वाहन तैनात कर दिया गया तथा पूरे दिन गश्त लगाया गया।
ऐसे मामले ने पकड़ा तूल
पटना कॉलेज के इतिहास विभाग के रूम नंबर 85 में गुरुवार की सुबह 9:30 बजे क्लास शुरू होनी थी। क्लास शुरू होने के पांच मिनट पहले मिंटो छात्रावास का एक छात्र आया और आगे बैठने की जिद करने लगा। पहले से बैठे इकबाल छात्रावास के एक छात्र ने उसका बैग हटा दिया। इसका विरोध किया तो मिंटो छात्रावास के छात्र ने अपने सीनियरों को बुला लिया। हॉकी स्टिक और लाठी-डंडों से लैस 20 से 25 लड़के कॉलेज पहुंच गए। पहले क्लासरूम में ही मारपीट होने लगी। इसके बाद इकबाल छात्रावास के छात्र ने अपने साथियों को बुला लिया। फिर क्या था, दोनों तरफ से मारपीट होने लगी। पुलिस ने पहले मिंटो हॉस्टल के छात्रों को खदेड़ा तो इकबाल हॉस्टल के छात्रों ने चढ़ाई कर दी। जब इकबाल के छात्रों को खदेड़ा गया तो मिंटो के छात्रों ने चढ़ाई कर दी। हालांकि इकबाल छात्रावास के छात्रों ने आरोप लगाया कि पुलिस मिंटो छात्रावास के साथ मिलकर उनलोगों को पिटवा रही थी, जबकि गलती मिंटो छात्रावास के छात्रों की है। इकबाल छात्रावास के छात्र प्राचार्य से मिले और इसकी शिकायत की।
कॉलेज प्रशासन बोला-कार्रवाई होगी
पटना कॉलेज के प्राचार्य प्रो. आरएस आर्या ने बताया कि मारपीट की घटना में शामिल लड़कों की पहचान की जा रही है। दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी। पुलिस को लिखित तौर पर दिया जाएगा। कैंपस में पुलिस के रहने के बावजूद छात्रावासों में अवैध तरीके से छात्र रहते हैं। पुलिस को लिखकर दिया गया है। इसके बाद भी कोई कार्रवाई नहीं जाती है। क्लास में आगे की सीट पर बैठने के लिए मारपीट हुई है। बम फटने की भी आवाज आई थी।
पुलिस बोली- नहीं मिला लिखित आवेदन
घटना के बाद हर बार की तरह पुलिस आई। एक भी लड़के को पकड़ा नहीं गया, जबकि कॉलेज कैंपस में टीओपी है। पुलिस ने बम धमाके की बात को सिरे से नकार दिया। इनके अनुसार, पटाखे फोड़े गए थे। घटना के बाद टाउन डीएसपी सुरेश प्रसाद भी पहुंचे। कैंपस का मुआयाना किया और चले गये। इधर, पीरबहोर थानेदार रिजवान अहमद खान ने बताया कि कॉलेज प्रशासन ने अब तक लिखित शिकायत नहीं की है। ऐसी स्थिति में लड़कों की पहचान मुश्किल है।
कॉलेज प्रशासन की लपारवाही की वजह से होती हैं घटनाएं
पटना कॉलेज कैंपस में हर बार नये सत्र में आपसी वर्चस्व को लेकर मारपीट की घटनाएं होती हैं। इसके बाद भी कोई कार्रवाई नहीं होती है। एक दिन पहले भी मारपीट की घटना हुई थी। इसमें मिंटो छात्रावास के एक लड़के को पकड़ा गया था। इसके बाद छोड़ दिया गया। कोई कार्रवाई नहीं होने की वजह से छात्रों का मन बढ़ जाता है। इसमें छात्र नेताओं की अहम भूमिका होती है। बिना हॉस्टल एलॉटमेंट के छात्र रहते हैं। इसके बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की जाती है।