गर्मियों में हिल स्टेशन जाने का बना रहे हैं प्लान, तो चले आइए कैमूर की वादियों में, रोमांच से भरपूर है यह पहाड़
बिहार प्राकृतिक घूबसूरती से भरा राज्य है। यहां के हर जिले में घूमने लायक एक से बढ़कर एक स्पॉट हैं। लेकिन इस सब में खास है कैमूर। यूपी के गाजीपुर और चंदौली से सटा यह शहर प्राकृतिक खूबसूरती से भरा है।
बिहार प्राकृतिक घूबसूरती से भरा राज्य है। यहां के हर जिले में घूमने लायक एक से बढ़कर एक स्पॉट हैं। लेकिन इस सब में खास है कैमूर। यूपी के गाजीपुर और चंदौली से सटा यह शहर प्राकृतिक खूबसूरती से भरा है। अगर आप भी गर्मी के मौसम में दोस्त या परिवार के साथ हिल स्टेशन जाने का प्लान बना रहे हैं तो कैमूर आ सकते हैं। यहां के मन मोह लेने वाली वादियां, नदी और झरने आपको खुश कर देगा।
कैमूर हिल्स करीब 483 किलोमीटर लंबी विंध्य पहाड़ियों का पूर्वा भाग है। जो जबलपुर और सासाराम तक फैला है। यह पहाड़ अरावली के सबसे पुराने चट्टान संरचनाओं में से एक है। मानसून के समय यहां के जलप्रपात और दुर्गम घाटियों का विहंगम दृद्श्य रोमांचित कर देता है। इस पहाड़ियों पर कई प्रौराणिक अवशेष, किले और मंदिर देखने को मिलता है। प्राकृति प्रेमियों के लिए ये स्थान किसी जन्नत से कम नहीं है। कैमूर हिल पर जंगली जानवरों के अलावा कई आयुर्वेदिक औषधियां भी मिलती हैं।
अगर जलप्रपातों की बात करें तो यहां दुर्गावती नदी के उद्गम के पास तेलहर कुंड है। ये बेहद ही दुर्गम पहाड़ियों से घिरा हुआ है। खास बात यह है कि इस झरने का पानी हमेशा ठंडा रहता है। करीब 400 फीट की ऊंचाई से गिरता झरना बेहद ही आकर्षित लगता है। पानी कल-कल की आवाज मंग्नमुग्ध कर देती है। इसके अलावा कैमूर में करकटगढ़ वॉटरफॉल भी है। जिसे मगरमच्छ संरक्षण के लिए जाना जाता है। यहां के शांत वातावरण में आपको मगरमच्छ आराम फरमाते दिख जाएंगे।