AK-47 और कारबाइन के साथ STF के हत्थे चढ़ा कुख्यात बिट्टू सिंह
मोस्टवांटेड की लिस्ट में शामिल मयंक सिंह उर्फ बिट्टू सिंह को एसटीएफ ने एके 47 व कारबाइन के साथ गिरफ्तार किया है। पूर्णिया के केहाट थाना क्षेत्र के प्रभात कॉलोनी के डोनर चौक के समीप से यह गिरफ्तारी...
मोस्टवांटेड की लिस्ट में शामिल मयंक सिंह उर्फ बिट्टू सिंह को एसटीएफ ने एके 47 व कारबाइन के साथ गिरफ्तार किया है। पूर्णिया के केहाट थाना क्षेत्र के प्रभात कॉलोनी के डोनर चौक के समीप से यह गिरफ्तारी हुई। उसके साथ दो सहयोगी भी दबोचे गए। फिलहाल पुलिस व एसटीएफ की टीम उससे मुफसिल के रानीपतरा थाना में पूछताछ कर रही है। हथियारों के अलावा इंसास राइफल की दो मैगजीन और गोलियां भी बरामद हुई है। एडीजी अभियान सुशील खोपड़े ने हथियार के साथ बिट्टू की गिरफ्तारी की पुष्टि की है।
जाम में फंसा और पकड़ा गया
बताया जाता है कि बिट्टू सिंह सूमो गाड़ी पर सवार था। क्रेटा गाड़ी ने पीछे से उसकी गाड़ी धक्का मार दिया। इसके चलते वहां जाम लग गया। बिट्टू जिस गाड़ी में सवार था वह भी जाम में फंस गई। तभी उसका पीछा कर रही एसटीएफ और स्थानीय पुलिस की टीम वहां पहुंच गई और वह पकड़ा गया। सरसी निवासी इस मोस्टवांटेड पर विभिन्न थानों में 14 मामले दर्ज हैं।
एसपी विशाल शर्मा ने बताया कि बिट्टू सिंह को विधानसभा चुनाव के मद्देनजर लूट, डकैती, हत्या, रंगदारी मांगने समेत अन्य मामलों में नामजद होने की वजह से पांच माह पूर्व ही जिला बदर किया गया था। उनके पूर्णिया आने की सूचना एसटीएफ व पुलिस की टीम को मिली थी। प्रभात कॉलोनी के डोनर चौक के समीप से उसे गिरफ्तार किया गया। संयुक्त रूप से उनसे एसटीएफ और पुलिस की टीम के द्वारा पूछताछ की जा रही है। इस मामले में मंगलवार को खुलासा किया जाएगा। उन्होंने बताया कि उनकी निशानदेही पर कई अन्य जगहों पर छापेमारी भी की जा रही है और इसमें कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आ सकते हैं। एसपी ने बताया कि अपराधी बिट्टू सिंह के साथ उसका ड्राइवर और एक सहयोगी भी पकड़ा गया है।
कहां से आया एके 47 पता लगा रही पुलिस
एसटीएफ की टीम ने छह माह के लिए जिला बदर अपराधी बिट्टू सिंह के पास से अत्याधुनिक एके 47 और कारबाइन बरामद किया है। दोनों हथियार कहां से आए, इसकी तहकीकात की जा रही है।
राजनीति के तहत फंसाया गया
बिट्टू सिंह की पत्नी सर्वप्रिया सिंह ने कहा की राजनीतिक साजिश के तहत उनके पति को फंसाया गया है। वह पिछले पांच माह से तड़ीपार के तहत पूर्णिया से बाहर रहते थे। पिछले दो दिनों से बीमार होने के कारण भाड़े की गाड़ी से पूर्णिया डॉक्टर को दिखाने आ रहे थे। सोमवार सुबह दस बजे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।