Hindustan special: बालू माफियाओं की खैर नहीं, बिहार पुलिस ने बनाया मास्टर प्लान
बिहार में बालू के अवैध कारोबार पर नकेल कसने के लिए राज्य पुलिस ने निगरानी बढ़ा दी है। सरकार के निर्देश पर अवैध बालू खनन वाले इलाकों को चिन्हित कर उनसे जुड़े तमाम रास्तों पर पुलिस गश्ती तेज की गई है।
बिहार में बालू के अवैध कारोबार पर नकेल कसने के लिए राज्य पुलिस ने निगरानी बढ़ा दी है। राज्य सरकार के निर्देश पर अवैध बालू खनन वाले इलाकों को चिन्हित कर उनसे जुड़े तमाम रास्तों पर पुलिस गश्ती तेज की गयी है। पुलिस मुख्यालय के आलाधिकारियों के अनुसार अवैध बालू के परिवहन को भी रोकने के इंतजाम किए गए हैं। भोजपुर जिला पुलिस बल की विशेष टीम ने आसपास के जिलों से जुड़ी सड़कों पर गश्त बढ़ा दी है।
छह जिलों की पुलिस समन्वय बनाकर कर रही कार्रवाई
राज्य के छह जिलों की पुलिस समन्वय बनाकर अवैध बालू खनन से जुड़े माफिया व अपराधियों पर लगातार कार्रवाई कर रही है। पटना, भोजपुर, रोहतास, औरंगाबाद, सारण और वैशाली जिलों में हर रास्ते की नाकेबंदी कर अवैध बालू के परिवहन को रोका जा रहा है। वहीं, इन जिलों के अवैध बालू खनन में जुटे अपराधियों के खिलाफ छापेमारी की जा रही है। इसी का परिणाम है कि सरकारी टीम या अधिकारी पर ‘बालू माफ़िया’ के हमले की घटना ज़्यादा देखने को मिल रही है।
पिछले वर्ष 4435 प्राथमिकी दर्ज हुई थी
बिहार में अवैध बालू के कारोबार के खिलाफ कार्रवाई को लेकर खान एवं भूतत्व विभाग द्वारा स्थानीय थानों में प्राथमिकी दर्ज करायी जा रही है। विभाग ने पिछले वर्ष 2022-23 में राज्य में बालू के अवैध कारोबार के संबंध में 4435 प्राथमिकी दर्ज करायी थी। इसमें बालू का अवैध खनन, परिवहन और उसका भंडारण भी शामिल है। इन मामलों में 2439 लोगों को गिरफ्तार भी किया गया था। साथ ही, बीस हज़ार से ज़्यादा वाहन ज़ब्त किए गए थे।