जहरीली शराबकांड में बिहार पुलिस का खुफिया तंत्र फेल, जाते-जाते क्या बोल गए डीजीपी एसके सिंघल
एसके सिंघल ने यह भी कहा कि मशरक थाने से स्प्रिट गायब होने की कोई घटना नहीं हुई है। शुरुआती जांच में यह पता चला है कि सीमापार से शराब लाकर यहां बेची गई थी। हालांकि इस मामले में अभी जांच चल रही है।
एसके सिंघल ने बिहार डीजीपी पद से रिटायर हो गए हैं। रिटायरमेंट से ठीक पहले उन्होंने जहरीली शराब कांड पर बड़ा बयान दिया।उन्होंने छपरा जहरीली शराबकांड में स्वीकार किया कि पुलिस इंटेलिजेंस यानी खुफिया तंत्र की विफलता के चलते इतना बड़ा कांड हुआ। इस बाबत पूछे गए एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि इसी वजह से अब तक दो थाना प्रभारी समेत आधा दर्जन से अधिक पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई की जा चुकी है। जांच चल रही है। आगे जो भी दोषी पाये जाएंगे, उनपर कार्रवाई होगी। बता दें कि छपरा में जहरीली शराब से करीब 80 लोगों की मौत हो चुकी है।
एसके सिंघल ने यह भी कहा कि मशरक थाने से स्प्रिट गायब होने की कोई घटना नहीं हुई है। शुरुआती जांच में यह पता चला है कि सीमापार से शराब लाकर यहां बेची गई थी। हालांकि इस मामले में अभी जांच चल रही है और जांच पूरी होने के बाद ही स्थिति स्पष्ट होगी। इस दौरान सिंघल ने अपने करीब ढाई वर्ष के कार्यकाल का लेखा-जोखा पेश किया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की कृपा से वे इतने समय तक डीजीपी के पद पर बने रहे।
एसके सिंघल का विदाई समारोह सोमवार को बीएमपी-5 स्थित मिथिलेश स्टेडियम में आयोजित किया गया। इस दौरान उन्होंने परेड की सलामी ली। डीजी (बीसैप) एके अंबेडकर ने स्वागत भाषण दिया। डीजी (गृह) शोभा अहोतकर, पुलिस भवन निर्माण निगम के प्रबंध निदेशक विनय कुमार, एडीजी जितेंद्र कुमार, सुशील खोपड़े मौजूद थे। वहीं, नए डीजीपी आरएस भट्टी ने सोमवार देर शाम कार्यभार संभाल लिया। शाम करीब सात बजे विमान से वह कोलकाता से पटना एयरपोर्ट पर पहुंचे। वहां पटना एसएसपी और सिटी एसपी ने उनका स्वागत किया।
आईपीएस आदित्य की गिरफ्तारी के लिए यूपी पुलिस से ली जा रही मदद
एसके सिंघल ने बताया कि फरार चल रहे आईपीएस आदित्य कुमार की गिरफ्तारी के लिए यूपी पुलिस की मदद भी ली जा रही है। इस मामले की जांच पूरी निष्पक्षता से की जा रही है। शुरुआत में आदित्य ने विभाग को भ्रम में डालने की कोशिश की थी, लेकिन हकीकत सामने आने के बाद उचित कार्रवाई शुरू कर दी गई।