पुलिस बनने के चक्कर में क्रिमिनल बन गए कैंडिडेट्स, सिपाही भर्ती परीक्षा से पहले पूरे बिहार में ऑपरेशन सॉल्वर गैंग
सिपाही के 21391 पदों पर भर्ती की परीक्षा में पास होकर बिहार पुलिस का जवान बनने के लिए कई कैंडिडेट्स क्रिमिनल बन गए हैं। पूरे बिहार में सॉल्वर गैंग की मदद से नकल की तैयारी के खिलाफ ऑपरेशन चल रहा है।
बिहार पुलिस में भर्ती होकर सिपाही बनने के लिए कई कैंडिडेट्स क्रिमिनल बन गए। 1, 7 और 15 अक्टूबर को लिखित परीक्षा है जिसमें पास करने के लिए सॉल्वर गैंग को एडवांस दे चुके कैंडिडेट्स को बिहार पुलिस तलाश रही है। पूरे बिहार में एक सप्ताह से सिपाही भर्ती परीक्षा में धांधली रोकने के लिए खुफिया तंत्र एक्टिव है और पुलिस सॉल्वर गैंग के खिलाफ ऑपरेशन चला रही है। बेगूसराय, सारण और सहरसा में एक कोचिंग मालिक के साथ सॉल्वर गैंग के कई सदस्य पकड़े गए हैं जिनके पास से ऐसी चीजें मिली हैं कि आप सोच भी नहीं सकते। परीक्षा केंद्र पर मोबाइल या ब्लूटूथ नेटवर्क को बेकार करने के लिए लगाए जाने वाले जैमर को बायपास करने के लिए एंटी जैमर मशीनें मिली हैं, बाहर से सवाल के जवाब बताने के लिए ब्लूटूथ लगे तरह-तरह के डिवाइस मिले हैं जिसमें चप्पल तक शामिल है।
पुलिस सूत्रों का कहना है कि खुफिया विभाग चौकन्ना है और हर जिले में सॉल्वर गैंग की खबर जुटाई जा रही है ताकि परीक्षा से पहले सबको धरा जा सके। लेकिन जिस पैमाने पर सॉल्वर गैंग सक्रिय है उस हालात में परीक्षा में नकल द्वारा मेधावी कैंडिडेट्स की हकमारी का खतरा बना रहेगा। परीक्षा के लिए 37 जिलों में 529 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं और सारे केंद्रों पर जैमर लगाया जाएगा ताकि बाहर से कोई मोबाइल या इंटरनेट के जरिए कैंडिडेट्स को सवाल के जवाब ना बता सके। दुर्भाग्य यह है कि सॉल्वर गैंग ने जैमर की तोड़ निकाल रखी है और पुलिस को रेड में हर जगह एंटी जैमर उपकरण मिल रहे हैं।
परीक्षा केंद्र पर लगे जैमर को नाकाम करने के लिए एंटी जैमर उपकरण यूज करता है सॉल्वर गैंग
बेगूसराय में पुलिस ने 10 वॉकी टॉकी, 20 वॉकी टॉकी स्टैंड, 28 एंटी जैमर मशीन समेत बड़ी संख्या में मोबाइल फोन, ब्लूटूथ डिवाइस, 136 एडमिट कार्ड की कॉपी पकड़ी है। बेगूसराय एसपी योगेंद्र कुमार ने बताया कि सॉल्वर गैंग के सुनील यादव, गुलशन पासवान, रामबाबू कुमार, अभय राम और बिट्टू राय को गिरफ्तार कर लिया गया है जबकि विवेक सिंह भाग गया। एसपी ने बताया कि सुनील और विवेक सिपाही भर्ती परीक्षा के लिए इंडियन फिजिकल एकेडमी नाम से एक कोचिंग चलाते हैं।
भर्ती परीक्षा में कैसे नकल कराता है सॉल्वर गैंग, गिरोह के गिरफ्तार सदस्यों ने राज खोला
गिरफ्तार लोगों ने सॉल्वर गैंग का प्लान भी खोल दिया है। एसपी ने बताया कि विवेक सिंह किसी परीक्षा केंद्र के एक निरीक्षक को पैसे के दम पर सेट करने की फिराक में था जहां से परीक्षा का प्रश्न पत्र का फोटो लीक हो सके। फिर गैंग के लोग कैंडिडेट्स को वॉकी-टॉकी, मोबाइल और दूसरे ब्लूटूथ उपकरणों की मदद से सवाल के जवाब बाहर से बताते।
बेगूसराय एसपी ने बताया कि इस सॉल्वर गिरोह के पास से 136 लोगों के एडमिट कार्ड की कॉपी मिली है। गिरोह के पकड़े गए लोगों ने बताया है कि इन सबसे 6 लाख रुपए में डील हुई है और सबसे 50 हजार से एक लाख रुपए तक एडवांस में लिया गया है। एसपी ने कहा कि गैंग ने गिरोह के बाकी सदस्यों के नाम भी बताए हैं और सबकी तलाश चल रही है। एसपी ने कहा कि जिन 136 कैंडिडेट्स के एडमिट कार्ड मिले हैं उन सबकी पहचान और गिरफ्तारी के लिए एसआईटी बनाई गई है।
सारण में एसयूवी छोड़कर भागा सॉल्वर गैंग, सहरसा में तीन गिरफ्तार
वहीं, सारण पुलिस ने उत्पाद पुलिस का प्लेट लगाकर घूम रही एक महंगी एसयूवी को जब्त किया है जिस गाड़ी को सॉल्वर गैंग के सदस्य पुलिस की रेड के दौरान छोड़कर भाग गए। तीन दिन पहले सहरसा पुलिस ने भी एक सॉल्वर गैंग को पकड़ा था और तीन लोगों को गिरफ्तार किया था। सहरसा पुलिस को गिरोह के पास से वॉकी टॉकी, खुद से बनाया हुआ एंटी जैमर उपकरण, ब्लूटूथ उपकरण समेत कई सामान मिले थे जिसकी मदद से परीक्षा केद्र के अंदर बैठे दस कैंडिडेट्स को ये गैंग नकल करवाता।