बिहार पंचायत चुनाव: मैदान में उतरने वाले पीडीएस डीलरों की छिनेगी दुकान, पहचान में जुटा आयोग
पहले और दूसरे चरण के पंचायत चुनाव के दौरान आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करने के मामले को आयोग ने गंभीरता से लिया है। राज्य निर्वाचन आयोग के उप सचिव के आदेश के आलोक में एसडीओ अमरेंद्र कुमार ने चरपोखरी...
पहले और दूसरे चरण के पंचायत चुनाव के दौरान आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करने के मामले को आयोग ने गंभीरता से लिया है। राज्य निर्वाचन आयोग के उप सचिव के आदेश के आलोक में एसडीओ अमरेंद्र कुमार ने चरपोखरी और तरारी के बीडीओ और एमओ को पत्र लिखकर वैसे डीलरों की पहचान करने का टास्क सौंपा है, जो खुद अथवा उनके पत्नी-बेटे पंचायत चुनाव लड़ रहे हैं।
एसडीओ का आदेश मिलते ही अररिया जिले के तरारी और चरपोखरी के एमओ के साथ-साथ बीडीओ सक्रिय हो गये हैं। चुनाव लड़ने वाले पीडीएस डीलरों की पहचान को लेकर रिपोर्ट खंगाली जानी शुरू कर दी गई है। राज्य निर्वाचन आयोग के उप सचिव के आदेश में वर्णित तथ्यों के आधार पर एसडीओ अमरेंद्र कुमार ने बताया कि चुनाव लड़ने वाले पीडीएस डीलर पति, पत्नी, माता, पिता, पुत्र और पुत्री पाये जाने की हालत में राशन-केरोसीन वितरण का काम निकटवर्ती डीलर से संबंद्ध कर दिया जायेगा।
आयोग को शिकायत मिली थी कि अधिक से अधिक वोटरों की गोलबंदी को लेकर पीडीएस डीलर सरकारी खाद्यान्न का मुफ्त में वितरण कर रहे हैं और खरीदकर भी वितरित किया जा रहा है। जानकारी के अनुसार चरपोखरी के मझिआंव, ठकुरी, बाबुबांध, मलौर, सियाडीह, कोयल और सेमरांव के अलावा पसौर में पीडीएस डीलर अथवा उनके नाते-रिश्तेदार चुनाव मैदान में हैं। ठीक इसी प्रकार तरारी के करथ, देव, मोआप कला, मोआप खुर्द, बिहटा, बागर और चकिया में पीडीएस डीलरों के मैदान में आने की शिकायत मिली है। हालांकि इसकी जांच की जा रही है।