बिहार में निकाय चुनाव की तैयारी तेज, मतदाता मेयर-पार्षद को अलग-अलग रंगों के बैलेट पेपर पर देंगे वोट
बिहार में नगर निकाय चुनाव कार्यक्रम की घोषणा सितंबर महीने में हो सकती है। निर्वाचन आयोग इसकी तैयारियों में जुटा हुआ है। निकाय चुनाव में वोटिंग अलग-अलग रंगों के बैलेट पेपर से होगी।
बिहार में नगर निकाय चुामव की तैयारियों जोरों पर है। निर्वाचन आयोग ने बैलेट पेपर की छपाई के निर्देश दिए हैं। निकाय चुनाव में अलग-अलग पदों के लिए अलग-अलग बैलेट पेपर इस्तेमाल किए जाएंगे। इस चुनाव में कुल तीन रंगों के बैलेट पेपर इस्तेमाल किए जाएंगे। पीले रंग के बैलेट पेपर (मतपत्र) से मेयर और नगर परिषद एवं नगर पंचायत के मुख्य पार्षदों का चुनाव होगा। सफेद बैलेट पेपर का इस्तेमाल वार्ड पार्षद के चुनाव के लिए होगा। जबकि स्काई ब्लू रंग के बैलेट पेपर के माध्यम से उप मेयर और उप मुख्य पार्षदों का चुनाव होगा।
राज्य निर्वाचन आयोग ने इस संबंध में सभी जिलों के निर्वाचन पदाधिकारी (नगरपालिका) सह जिलाधिकारी को विस्तृत दिशा-निर्देश दिए हैं। इसमें सभी बैलेट पेपर की बिना किसी गलती के समय पर छपाई कराने के लिए कहा गया है। निर्वाचन विभाग की मानें तो तीन अलग-अलग रंगों के बैलेट पेपर होने से मतदाताओं को वोट डालने में आसानी होगी। वे विभिन्न पदों के हिसाब से संबंधित रंग के बैलेट पेपर पर वोट कर सकेंगे।
आयोग ने सभी जिलाधिकारियों को नगर निकाय चुनाव के सभी तीन पदों मेयर/ मुख्य पार्षद, उप मेयर/ उप मुख्य पार्षद एवं पार्षद के अनुरूप मतगणना हॉल का आकलन करने को भी कहा है। तीनों पदों के लिए अलग-अलग मतगणना केंद्र होंगे, जहां वोटों की गिनती की जाएगी। बता दें कि अगले महीने राज्य में नगर निकाय चुनाव की घोषणा होने की संभावना है। निकाय चुनाव के लिए मतदान अक्टूबर में हो सकते हैं।