बिहार के सहरसा में कोर्ट के अंदर गैंगवॉर, हत्या के आरोपी का किया कत्ल; मारीं तीन गोलियां
बिहार के सहरसा जिले की कोर्ट में दिनदहाड़े पेशी के लिए लाए गए हत्या के एक आरोपी की गोली मारकर हत्या कर दी गई। वारदात को अंजाम देकर भाग रहे बदमाशों में से एक को सुरक्षाकर्मियों ने खदेड़कर पकड़ लिया।
बिहार के सहरसा सिविल कोर्ट परिसर में मंगलवार को एक बंदी की गोली मारकर हत्या कर दी गई। बनगांव थाना कांड संख्या 129/21 और 130/21 के आरोपी मुरली बसंतपुर निवासी प्रभाकर कुमार को जेल पुलिस पेशी के लिए कचहरी लेकर आयी थी। अपराह्न करीब 3.30 बजे सीजेएम-वन की अदालत में पेशी के बाद वापस जेल ले जाने के क्रम में वारदात को अंजाम दिया गया।
बदमाशों ने प्रभाकर पर अंधाधुंध फायरिंग की। प्रभाकर को तीन गोलियां लगने की बात कही जा रही है। घटना के बाद कोर्ट कैंपस में अफरातफरी मच गयी। वारदात को अंजाम देकर भागते बदमाशों में से एक को सुरक्षाकर्मियों व आम लोगों ने मिलकर दबोच लिया। पकड़े गए आरोपी के पास से एक पिस्टल और कारतूस भी बरामद हुआ है। सूचना मिलते ही एसपी लिपि सिंह मौके पर पहुंचीं और मामले की तहकीकात की।
एसपी ने बताया कि करीब एक वर्ष पूर्व उदय रघुवंशी की गोली मारकर बंदी प्रभाकर कुमार ने हत्या की थी। मृतक के खिलाफ अन्य मामले भी दर्ज हैं। इसी मामले में पेशी के दौरान उदय रघुवंशी के छोटे भाई विवेक यदुवंशी ने अपने अन्य साथियों के साथ घटना को अंजाम दिया है। एक अपराधी आलोक कुमार को एक पिस्टल और पांच कारतूस के साथ गिरफ्तार किया गया है। घटनास्थल पर डॉग स्क्वायड टीम द्वारा जांच की जा रही है। विधि विज्ञान प्रयोगशाला, भागलपुर से टीम बुलायी जा रही है। घटना में शामिल फरार बदमाशों की गिरफ्तारी के लिए टीम का गठन किया गया है।
चुनावी रंजिश में हुई थी हत्या
पांच अक्टूबर, 2021 को उदय यदुवंशी की हत्या हुई थी। उस मामले में उदय के भाई विवेक के बयान पर रिपोर्ट दर्ज हुई थी। बनगांव थाना में उदय हत्या मामले में चार आरोपियों में प्रभाकर भी शामिल था। इस मामले में प्रभाकर कुमार, पारस कुमार, कुमरजीत कुमार, रामाशीष कुंवर को सहरसा पुलिस ने खगड़िया से गिरफ्तार किया था। तब कहा गया था कि उदय की हत्या पंचायत चुनाव की रंजिश में की गई है।