मुंगेर: अपनी कोख के लिए दूसरे की गोद सूनी की, 8 साल की बच्ची की आंख फोड़ बलि चढ़ा दी
तंत्र मंत्र के चक्कर में मुंगेर जिले के पूर्वी फरदा टोला की मासूम बच्ची की हत्या कर दी गई। पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। सोमवार को प्रेस कांफ्रेंस में एसपी जगुन्नाथ जेला रेड्डी ने...
तंत्र मंत्र के चक्कर में मुंगेर जिले के पूर्वी फरदा टोला की मासूम बच्ची की हत्या कर दी गई। पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। सोमवार को प्रेस कांफ्रेंस में एसपी जगुन्नाथ जेला रेड्डी ने मामले का खुलासा किया। जांच टीम का नेतृत्व कर रहे एसडीपीओ सदर नंदजी प्रसाद ने साफ कहा कि बच्ची की हत्या जादू-टोना व तंत्र-मंत्र के चक्कर में हुई है। पड़हम निवासी दिलीप चौधरी की पत्नी का गर्भ नहीं ठहरा रहा था। पेट में पल रहे बच्चे की सुरक्षा को लेकर वह खगड़िया के एक तांत्रिक (मौलवी) के चक्कर में पड़ गयी। तांत्रिक ने ही कहा था कि किसी बच्चे की बली देनी होगी।
दिलीप ने अपने दो दोस्त पड़हम निवासी मो. तनवीर आलम एवं पूर्वी टोला फरदा निवासी दशरथ मंडल के साथ मिलकर बच्ची की हत्या कर उसका शव फेंक दिया था। दिलीप और उसके साथियों ने अपनी पत्नी की कोख के लिए दूसरे की गोद सूनी कर दी। पुलिस ने मौलवी खगड़िया जिला के मधुरा गांव निवासी परवेज आलम सहित चार आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
पुलिस अधीक्षक जग्गूनाथ जलारेड्डी ने बताया बच्ची का पोस्टमार्टम मेडिकल टीम द्वारा किया गया था। टीम ने जो रिपोर्ट दिया है। उसमें दुष्कर्म की पुष्टि नहीं की गयी है। चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है। दिलीप ने दो साथी दशरथ व तनवीर के साथ मिलकर हत्याकांड को अंजाम दिया है। गिरफ्तार तांत्रिक सहित चारों को न्यायायल से कड़ी से कड़ी सजा दिलवाया जाएगा। बच्ची का शव मिलने के बाद पुलिस ने दो दर्जन से अधिक लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ किया। जिसमें एक युवक को संदिग्ध पाते हुए उसके कपड़ों को फॉरेंसिक जांच के लिए पटना भेज दिया गया। आखिर वह कपड़ा किसका भेजा गया और क्या कारण था। कपड़ा भेजने का क्या फायदा जब दुष्कर्म की पुष्टि ही नहीं हुई ही। जो कपड़ा फॉरेंसिक जांच मे भेजा गया है। उसकी रिपोर्ट आने में विलंब है।
गर्भ में पल रहे बच्चे को सुरक्षित रखने के लिए पहले दिलीप चौधरी ने मछली, मुर्गा और बच्ची के कुल छह आंखों की तंत्र-मंत्र के चक्कर में भेंट चढ़ा दी। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि पहले मछली की बली देकर उसका आंख फोड़ा और उसके खून से ताबीज बनवाया। फिर मौलवी के कहने पर उसने मुर्गा की बली दी। उस मुर्गे के आंख को फोड़ कर उसके खून से कपड़े को भीगों कर तांत्रिक के पास ले गया। तांत्रिक ने कहा कि बच्चे की बली देनी होगी। जिसके कारण उसने आठ वर्षीय बच्ची की हत्या कर उसके आंखों को फोड़ कर उससे निकले खून से कपड़े को भींगों कर मौलवी के पास खगड़िया ले गया और मौलवी ने उसे ताबीज बना कर दिया।
पुलिस ने जब्त कर ली मौलवी की दी ताबीज
मुख्य आरोपी दिलीप चौधरी की पत्नी गुड़िया देवी ने पत्रकारों को बताया कि उनको दो-बेटी और दो बेटा है। इसमें सबसे बड़ी बेटी 11 वर्षीय मुस्कान कुमारी, 09 वर्ष का लव कुमार, 07 वर्ष का कुश कुमार और 04 वर्ष की राजकुमारी है। कुछ महीने पहले एक बच्चे का गर्भपात हो गया था। वह खगड़िया जिले के सोनमखी मदुरा में एक मौलवी के पास गई थी। गुड़िया देवी ने बताया कि पांच अगस्त को उसके पति दिलीप चौधरी मौलवी के पास गए थे। जहां मौलवी ने एक पर्ची और ताबीज दिया था। मौलवी ने कहा था कि महिला ताबीज को हमेशा अपने गले में रखेगी। जिसके बाद इस बार सही सलामत बच्चे का जन्म हो जायेगा। एसपी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया था कि मौलवी के द्वारा दिया गया ताबीज पुलिस ने जब्त कर लिया है।
परिजन को पुलिस की कहानी पर शक
पुलिस के इस खुलासे को मृतक बच्ची के परिजन एवं स्थानीय लोग मानने को तैयार नहीं है। स्थानीय लोगों ने कहा कि दिलीप को पहले से ही चार-चार बच्चे है। दो बेटी और दो बेटा है। फिर वह क्यों पांचवे बच्चे के लिए तंत्र-मंत्र के चक्कर में फंस कर इतना बड़ा कदम उठायेगा।