सड़क पर दौड़ी बस तो खुश हुए यात्री, ऑटो चालकों के मनमाने किराये से मिली मुक्ति, बिना मास्क के नहीं मिला प्रवेश
राजधानी पटना के गांधी मैदान के कारगिल चौक पर फुलवारीशरीफ जाने वाली बस में बैठी हिना काफी खुश है। उसे आधे पैसे में सीधे घर पहुंचने की खुशी है। हिना एक निजी कंपनी में काम करती है। वह हर दिन गांधी मैदान...
राजधानी पटना के गांधी मैदान के कारगिल चौक पर फुलवारीशरीफ जाने वाली बस में बैठी हिना काफी खुश है। उसे आधे पैसे में सीधे घर पहुंचने की खुशी है। हिना एक निजी कंपनी में काम करती है। वह हर दिन गांधी मैदान आती है। बस सेवा बंद रहने से उसे तीन बार ऑटो बदलना पड़ता था। ऑफिस आने और लौटने में रोज देर भी हो जाती थी। पहले तीस रुपये लगते थे लेकिन अब 14 रुपये में घर पहुंच जाती है। बेली रोड की सुषमा कुमारी एक संस्था में काम करती है। बस सेवा बंद रहने से काफी परेशानी झेलनी पड़ रही थी। अब सिर्फ सात रुपये में घर पहुंच रही है। पहले 20 रुपये देने पड़ रहे थे।
सभी रूट की बसें खुलीं
बस सेवा के पहले दिन सभी रूट के लिए बसें खुलीं, लेकिन कम चलीं। 110 बसों में 75 का परिचालन हो रहा है। जिन बसों में खड़े होकर भी लोग यात्रा करते थे, उन बसों में पहले दिन सीटें भरी थीं, लेकिन बीच रास्तें में बस पकड़ने वाले कम यात्री मिले। बसों से लगभग छह हजार से अधिक लोगों ने यात्रा की। कोरोना से बचने के लिए सभी बस स्टॉप और बस स्टैंड में एक-एक मजिस्ट्रेट बहाल किये गये थे। गाइडलाइन का पालन नहीं करने वालों के खिलाफ कार्रवाई भी की जा रही थी।
बसों में सफर करना अधिक सुरक्षित
पटना सिटी की जुबैदा खातून बताती हैं कि बस से सफर अधिक सुरक्षित हैं। ऑटो में एक-दूसरे से सटकर बैठना पड़ता था। बस में बेफिक्र होकर सफर कर सकते हैं। पत्नी को पीएमसीएच इलाज के लिए ले गये विनय कुमार बताते हैं कि एक तो गरीबी, उस हर दिन दो सौ रुपये सिर्फ भाड़ा में खर्च हो रहा था। अब मुश्किल से 50 रुपये में आ और जा रहे हैं।
बिना मास्क के बस में नहीं मिली इंट्री
गांधी मैदान स्थित बांकीपुर बस स्टैंड से बस पकड़ने वालों को बिना मास्क के बस में इंट्री नहीं मिली और चालान भी कट गया। ऐसे यात्रियों ने पहले मास्क खरीदा। उसे पहनने के बाद ही बस में चढ़ने की इजाजत मिली।
आठ बसों पर कार्रवाई
मीठापुर बस स्टैंड से नियमों का उल्लंघन करने वाले आठ बस वालों से जुर्माना वसूला गया। ओवरलोडिंग करते पकड़े जाने पर इन बसों को जब्त किया गया। परिवहन निगम का कहना है कि ओवरलोडिंग के खिलाफ अभियान जारी रहेगा।
सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं
मीठापुर बस स्टैंड से खुलने वाली बसों और सिटी बसों में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं दिखा। हरेक सीट पर यात्री बैठे हुए मिले। ज्यादातर बसों का यही हाल था। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं हो रहा था।
परिवहन निगम की बसों को एक ट्रिप करने के बाद पूरी तरह सेनेटाइज किया गया। बांकीपुर में सेनेटाइजेशन की व्यवस्था दिखी। हालांकि मीठापुर बस स्टैंड के निजी बसों में सेनेटाइजेशन भी ठीक से नहीं हो रहा था। बसों के किराये में कोई बढ़ोतरी नहीं की गई थी। आम दिनों की तरह की यात्रियों से बस किराया लिया गया।