बिहार सिपाही भर्ती परीक्षा: नवादा से पकड़े गए गैंग से खुलासा, लाखों का ट्रांजेक्शन, इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस संग 3 गिरफ्तार
बिहार सिपाही भर्ती परीक्षा के पेपर लीक मामले के तार नवादा से पकड़े गए गैंग से जुड़ते दिख आ रहे हैं। पुलिस को लाखों रुपए के ट्रांसजैक्शन के सुराग मिले है। अब पुलिस की टेक्निकल विंग जांच कर रही है।
बिहार सिपाही भर्ती परीक्षा के पेपर एग्जाम से कई घंटों पहले ही लीक हो जाने और गड़बड़ी की शिकायतें मिलने के बाद परीक्षा को रद्द कर दिया गया है। और 7 और 15 अक्टूबर को होने वाली परीक्षा भी अगले आदेश तक स्थगित कर दी गई है। परीक्षा से पहले ही पुलिस ने कई जिलों से सॉल्वर गैंग के मेंबर्स को गिरफ्तार किया था। इस कड़ी मे 2 अक्टूबर को नवादा शहर के नवीन नगर इलाके से बड़ी संख्या में तमाम इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस के साथ गिरफ्तार सरगना गौतम के भाई विक्रम राज के लैपटॉप से पुलिस को फर्जीवाड़ा के जरिये हासिल लाखों रुपए के ट्रांजैक्शन का खुलासा हुआ है। जिसके तार सिपाही भर्ती परीक्षा से जुड़ते नजर आ रहे हैं। आपको बता दें एक अक्टूबर को बिहार में 500 से ज्यादा सेंटरों पर परीक्षा का आयोजन हुआ था।
बताया जाता है कि सरगना गौतम फर्जीवाड़ा से हासिल रुपयों को विक्रम के अकाउंट में ट्रांसफर करता था और वहां से विक्रम उन रुपयों को तमाम अकाउंट में लैपटॉप के जरिए ट्रांसफर कर देता था। फर्जीवाड़े से हासिल रुपयों आदि से जुड़े कई मैसेज विक्रम के मोबाइल में थे, जिसे विक्रम ने गिरफ्तारी से ठीक पहले डिलीट कर दिया। नवादा पुलिस की तकनीकी विंग लैपटॉप व मोबाइल की जांच कर इससे परीक्षा से संबंधित डाटा निकालने की कोशिश में जुटी है। साथ ही गौतम की गिरफ्तारी को भी प्राथमिकता पर लेते हुए छापेमारी तेज कर दी गयी है।
गौतम के भाई विक्रम राज समेत तीन युवकों को शहर के नवीन नगर स्थित संजय यादव के मकान से 2 अक्टूबर की रात गिरफ्तार किया गया था। गौतम नवादा में इसी मकान में किराये पर रहता था। परंतु पुलिस की नजर में आने के बाद वह गिरफ्तारी से कुछ ही देर पहले भाग निकला था। गिरफ्तार आरोपितों में अनिल प्रसाद का बेटा विक्रम राज, उमेश प्रसाद का बेटा मनीष कुमार व जगेश्वर प्रसाद का बेटा मंटू कुमार शामिल हैं। तीनों अकबरपुर थाना क्षेत्र के महिमा बिगहा गांव के रहने वाले बताये जाते हैं।
जेल भेजे गये तीनों गिरफ्तार आरोपित
गिरफ्तार किये गये तीनों आरोपितों को पुलिस ने कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया। तीनों आरोपितों को 1 अक्टूबर को नगर थाने में दर्ज कांड संख्या 1537/23 में भेजा गया। इसमें आरोपितों के विरुद्ध साजिश के तहत छल से धोखाधड़ी करने व आईटी एक्ट के तहत आरोप हैं। संबंधित कांड संख्या कादिरगंज ओपी क्षेत्र के विजय नगर, शादीपुर के बनारस प्रसाद का बेटा अखिलेश कुमार के विरुद्ध दर्ज किया गया था। अखिलेश को शहर के बुधौल बस स्टैंड स्थित श्याम नगर के रेसिडेन्सियल ब्राइट कैरियर अकादमी से ब्लूट्रूथ डिवाइस के साथ गिरफ्तार किया गया था। संबंधित स्कूल के केन्द्राधीक्षक द्वारा इस मामले में प्राथमिकी दर्ज करायी गयी थी। अखिलेश की निशानदेही पर ही नवीन नगर में गौतम के ठिकाने पर छापेमारी की गयी थी।
ये सामान किये गये थे बरामद
बरामद किये गये सामानों में 4 वॉकी-टॉकी, 4 ब्लूट्रूथ डिवाइस, 4 एंटी जैमर डिवाइस, 2 लैपटॉप, 6 मोबाइल, 13 स्टैंड चार्जर, 11 एडॉप्टर कॉर्ड, 1 मास्टर चिप, 1 वॉल्यूम आईडीबीआई का ब्लैंक चेकबुक, 6 घड़ी की बैट्री, सिमकार्ड, दस्तावेज आदि शामिल हैं।