15 दिन में माफी मांगें दयानिधि मारन; टॉयलेट वाले बयान पर बिहार के कांग्रेस नेता ने भेजा कानूनी नोटिस
बिहार के कांग्रेस नेता चंद्रिका यादव ने अपने नोटिस में कहा है कि दयानिधि मारन के बयान से एक बिहारी होने पर उन्हें चोट पहुंची है। बिहार का गौरवशाली इतिहास और संस्कृति है।
डीएमके सांसद दयानिधि मारन के उत्तर भारतीयों को लेकर दिए गए विवादित बयान पर INDIA गठबंधन में घमासान मच गया है। जेडीयू और आरजेडी के बाद कांग्रेस के नेता ने भी दयानिधि मारन के बयान पर आपत्ति जताई है। बिहार के कांग्रेस नेता चंद्रिका यादव ने सोमवार को मारन को कानूनी नोटिस भेज दिया। उन्होंने मारन से 15 दिन के अंदर माफीनामा देने की मांग की है। अगर वे ऐसा नहीं करते हैं तो चंद्रिका यादव ने कोर्ट में केस करने की चेतावनी दी है। बता दें कि दयानिधि मारन ने अपने बयान में कहा था कि यूपी-बिहार के लोग तमिलनाडु में घर बनाने और टॉयलेट साफ करने आते हैं।
हालांकि, चंद्रिका यादव ने कहा कि उन्होंने यह नोटिस निजी तौर पर भेजा है, इसका कांग्रेस पार्टी से कोई लेना देना नहीं है। यादव ने कहा कि अपने नोटिस में उन्होंने डीएम को को पार्टी नहीं बताया और ना ही बतौर कांग्रेस नेता उन्होंने शिकायत की है। उन्हें लगा कि मारन की टिप्पणी बिहारियों के स्वाभिमान और गौरव, विभिन्न राज्यों के विकास में उनके अमूल्य योगदान पर हमला है।
इससे एक दिन पहले बिहार के डिप्टी सीएम और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने भी मारन के बयान पर आपत्ति जताई थी। तेजस्वी ने डीएमके नेता की बिहारियों को लेकर की गई टिप्पणी को निंदनीय करार दिया था।
बता दें कि पिछले दिनों सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो में डीएमके सांसद दयानिधि मारन नौकरियों के मुद्दे पर बात कर रहे थे। वे बता रहे थे कि जो लोग सिर्फ हिंदी जानते हैं और जिन्हें अंग्रेजी भी आती है, उनमें बहुत फर्क है। जो लोग सिर्फ हिंदी जानते हैं वे तमिलनाडु में हमारे घर बनाते हैं, सड़कें और टॉयलेट साफ करते हैं। यह वीडिया साल 2019 का बताया जा रहा है। हालांकि, लाइव हिन्दुस्तान इसकी पुष्टि नहीं करता है। इसके वायरल होने के बाद उत्तर और दक्षिण भारत पर एक बार फिर बहस छिड़ गई है।