Bihar board: अंकपत्र व प्रमाणपत्रों का हो सकेगा ऑनलाइन वेरिफिकेशन
इंटरमीडिएट और मैट्रिक के अंकपत्र एवं प्रमाणपत्रों के प्रारूप में इस बार बदलाव किया गया है। सुरक्षा के लिहाज से इसमें क्यूआर कोड डाले गए हैं। इससे प्रमाणपत्रों का अब ऑनलाइन वेरिफिकेशन हो...
इंटरमीडिएट और मैट्रिक के अंकपत्र एवं प्रमाणपत्रों के प्रारूप में इस बार बदलाव किया गया है। सुरक्षा के लिहाज से इसमें क्यूआर कोड डाले गए हैं। इससे प्रमाणपत्रों का अब ऑनलाइन वेरिफिकेशन हो सकेगा।
ये भी बदलाव हुए
दोनों पालियों में परीक्षा शुरू होने के 10 मिनट पहले तक ही प्रवेश की अनुमति दी गई। परीक्षा केंद्रों में परीक्षार्थियों को जूता-मोजा की बजाए चप्पल पहनकर जाना था। परीक्षा कक्ष में प्रवेश के समय परीक्षार्थियों की दो स्तरों पर जांच हुई। केंद्रों पर सीसीटीवी व वीडियोग्राफी की व्यवस्था थी। ओएमआर आधारित अटेंडेंस शीट सहित विभिन्न प्रपत्रों की भी व्यवस्था की गई थी।
रिजल्ट सुधरवाने का भी भरपूर समय
कई विद्यार्थियों का रिजल्ट पेंडिंग हो जाता है। ऐसे में इस बार उनके पास भी रिजल्ट सुधरवाने का पूरा समय होगा। हर साल देखा गया है कि विद्यार्थी रिजल्ट के बाद उससे असंतुष्ट होने पर हंगामा करते हैं। इसकी भी संभावन इस बार कम रहेगी। हालांकि इस बार सिर्फ 176 रिजल्ट ही पेंडिंग है। यदि कोई अपने रिजल्ट से असंतुष्ट हैं तो उनके पास भी अपनी कॉपी देखने या स्क्रूटिनी का भरपूर समय होगा।
जल्द रिजल्ट जारी होने से ये होंगे फायदें :
-राज्य के बाहर दूसरे विवि खासकर दिल्ली विवि में नामांकन लेने में आसानी होगी
-जेईई मेन में असफल होनेवाले विद्यार्थियों को पुन: तैयारी का पूरा मौका मिलेगा।
-यदि रिजल्ट में कोई त्रुटि रह गई है तो उसे सुधरवाने का पूरा मौका होगा
-राज्य के विश्वविद्यालय समय से नामांकन ले पाएंगे। ऐसे में उनका सत्र अनियमित नहीं होगा।
-फेल हो चुके विद्यार्थी भी सप्लीमेंट्री एग्जाम दे कर विवि में दाखिला ले पाएंगे। ऐसे में उनका साल बर्बाद नहीं होगा।