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Bihar Board 10th Result 2019: टॉपर गढ़ने की मशीन बना सिमुलतला विद्यालय

शिक्षकों का साथ हो और पढ़ाई अनुशासित हो तो टॉपर बनना कठिन नहीं है। कुछ ऐसा ही मैट्रिक रिजल्ट की मेधा सूची कह रही है। मेधा सूची में फिर एक बार सिमुलतला आवासीय विद्यालय के ही छात्र शामिल हैं। गुरुकुल...

पटना। रिंकू झा Sun, 7 April 2019 09:05 AM
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शिक्षकों का साथ हो और पढ़ाई अनुशासित हो तो टॉपर बनना कठिन नहीं है। कुछ ऐसा ही मैट्रिक रिजल्ट की मेधा सूची कह रही है। मेधा सूची में फिर एक बार सिमुलतला आवासीय विद्यालय के ही छात्र शामिल हैं। गुरुकुल जैसे स्कूल में हर घंटे का स्टडी शेड्यूल बना हुआ। यही कारण है कि सिमुलतला के 16 छात्र टॉप 10 में शामिल हैं। 

वर्ष 2015 से स्कूल के बच्चे मैट्रिक परीक्षा में शामिल होना शुरू हुए। पांच साल में अब तक 116 बच्चे मेरिट लिस्ट में शामिल हुए हैं। यहां के छात्रों ने सिमुलतला में केवल डेढ़ साल तक ही पढ़ाई की। छात्रों की मेहनत और शिक्षकों की ऐसी जुगलबंदी हुई कि छात्र टॉप पर पहुंच गये। ज्ञात हो कि 2014 में जीरो सेशन होने से उस साल छठी कक्षा में नामांकन नहीं हो पाया। इन छात्रों का नामांकन नौवीं कक्षा में 2017 में हुआ। 2017 से 2019 तक इन छात्रों ने सिमुलतला में पढ़ाई की। दो साल की कड़ी मेहनत और शिक्षकों का साथ इन छात्रों को टॉपर बना दिया। 

24 घंटे मिलता है शिक्षकों का साथ
यह गुरुकुल है, यहां पर चार बजे सुबह से दिनचर्या शुरू होती है और शाम तक चलती है। शिक्षक का साथ छात्रों को 24 घंटे मिलता है। मैथ की शिक्षिका कुमारी पुष्पा ने बताया कि उन सभी खामियों को दूर किया जाता है, जिससे बच्चों में डर पैदा होता है। स्कूल के पूर्व प्राचार्य शंकर कुमार ने बताया कि क्वालिटी एजुकेशन देना ही मुख्य मकसद है। ऐसे में स्कूल की पूरी व्यवस्था गुरुकुल के अनुसार की गई है। 

ग्रुप लर्निंग से दूर करते हैं शिक्षकों की कमी 
सिमुलतला स्कूल में कई विषयों के शिक्षक नहीं हैं। लेकिन इस कमी को छात्र खुद ही दूर करते हैं। छात्र ग्रुप बनाते हैं। इन ग्रुपों में हर विषय के छात्र शामिल रहते हैं। जिस छात्र का जो विषय मजबूत है, उससे एक-दूसरे की मदद करते हैं। शिक्षक सुधांशु कुमार ने बताया कि ग्रुप लर्निंग से छात्रों को बहुत फायदा होता है। इससे हर बच्चे अपनी कमजोरी में सुधार करते हैं। 

सिमुलतला विद्यालय की खासियत 
- प्रतिदिन दो घंटे की होती है सेल्फ स्टडी, 6.30 से 8.30 बजे शाम तक 
- पढ़ने के लिए कोई रोक-टोक नहीं,  सिलेबस पूरी तरह से पढ़ाया जाता है 
- अध्यापक प्रत्येक दिन छात्र-छात्राओं को पढ़ाई के लिए मोटिवेट करते हैं
- आवासीय विद्यालय का एक भी छात्र मोबाइल का इस्तेमाल नहीं करता है
- रात में 10 बजे सोना और सुबह चार बजे जागना छात्र के रूटीन में शामिल
- छात्र को सिलेबस का रिवीजन कम से कम पांच से छह बार कराया जाता है

स्कूल में केवल और केवल पढ़ाई पर फोकस होता है। जो बच्चे आते हैं, वो केवल पढ़ने में ही लगे रहते हैं। उन्हें दूसरी किसी चीजों से मतलब नहीं होता है। शिक्षक छात्रों की मदद के लिए चौबीसों घंटे रहते हैं। 
- राजीव रंजन, प्राचार्य, सिमुलतला आवासीय विद्यालय, जमुई 

वर्ष 2015 से दबदबा है कायम 
मैट्रिक के टॉपरों की सूची में वर्ष 2015 में पहली बार शामिल होने के बाद से ही सिमुलतला का परचम लहरा रहा है। पिछले वर्ष 2018 के बिहार बोर्ड 10वीं के रिजल्ट में टॉप-10 में 23 विद्यार्थियों के नाम आये थे, जिनमें सबसे ज्यादा सिमुलतला आवासीय विद्यालय के 16 छात्रों ने टॉप किया था। पिछले वर्ष 2018 में पहले तीन स्थानों पर सिमुलतला के ही छात्र रहे थे। इस वर्ष भी सिमुलतला ने टॉपर्स सूची में बेहतर प्रदर्शन किया है। हालांकि, इस वर्ष पिछले वर्ष की तुलना में टॉपरों को अधिक अंक आए हैं। वर्ष 2018 के मैट्रिक की टॉपर प्रेरणा राज को 457 अंक मिले थे, जबकि इस वर्ष के टॉपर सावन राज भारती को 486 अंक आए हैं। 

पहले पांच स्थानों पर यहीं के आठ छात्र
टॉप 10 की मेरिट लिस्ट में पहले पांच स्थानों पर कुल आठ छात्र रहे हैं। ये सभी छात्र भी सिमुलतला विद्यालय के हैं। 486 अंकों के साथ सावन राज भारती ने टॉप किया है तो दूसरे स्थान पर 483 अंकों के साथ रौनित राज हैं। तीसरे स्थान पर 481 अंकों के साथ प्रियांशु राज हैं। चौथे स्थान पर 480 अंकों के साथ संयुक्त रूप से तीन छात्रों के नाम हैं। आदर्श रंजन, आदित्य राय और प्रवीण प्रभाकर ने प्रतिभा दिखाई है। वहीं, पांचवें स्थान पर भी दो छात्र संयुक्त रूप से हैं। हर्ष कुमार व रौशन कुमार ने 479 अंक लाते हुए टॉपर की सूची में स्थान बनाया है। छठे स्थान पर पश्चिमी चंपारण के अंकेश कुमार 478 अंक लाने में सफल हुए हैं। इसके बाद सातवें व आठवें स्थान पर सिमुलतला का ही जलवा है। अभिनव व पीयूष ने 477 अंक लाकर संयुक्त रूप से सातवां स्थान बनाया है। वहीं, सिमुलतला के अमित कुमार 456 अंक लाकर आठवां स्थान बनाए हैं। नौवें स्थान पर मधुबनी के राम कुमार सिंह 475 अंक लाए हैं। वहीं, 10 वें स्थान पर 474 अंक लाकर सिमुलतला के तीन छात्रों ने अपनी प्रतिभा दिखाई है। सैफ आलम, मो. शकील और रौशन कुमार को 10वां स्थान मिला है।

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