Hindi Newsबिहार न्यूज़Bihar Board 10th Result: know what happened in bihar board office on 19 June just before one day before of result declaration

बिहार बोर्ड मैट्रिक परिणाम 2018: जानिए रिजल्ट डेट से एक दिन पहले 19 जून को बिहार बोर्ड ऑफिस में क्या हुआ था?

Bihar Board 10th Result 2018: समय: दोपहर 1 बजे, जगह: बिहार बोर्ड मुख्य कार्यालय। बोर्ड के अंदर मेधावी छात्र के फिजिकल वेरिफिकेशन चल रहा था। सारे अभिभावक को अंदर बैठाया गया था। बोर्ड के अंदर आने...

हिन्दुस्तान टीम पटनाThu, 21 June 2018 07:10 PM
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Bihar Board 10th Result 2018: समय: दोपहर 1 बजे, जगह: बिहार बोर्ड मुख्य कार्यालय। बोर्ड के अंदर मेधावी छात्र के फिजिकल वेरिफिकेशन चल रहा था। सारे अभिभावक को अंदर बैठाया गया था। बोर्ड के अंदर आने जाने वालों को पूरी तरह से रोक लगा दी गयी थी। मुख्य गेट से अंदर जाने वाले को पीछे वाले गेट से अंदर जाने का निर्देश गार्ड दे रहा था। 

बोर्ड परिसर में जो भी कर्मी जहां थे वहीं पर बैठे रहे। मानों बोर्ड के अंदर कर्फ्यू जैसा माहौल हो। बीच-बीच में कई कर्मी गेट के बाहर आ रहे थे तो वो भी चुप थे। बोर्ड कर्मी कुछ भी बोलने से बच रहे थे। हर कर्मी यह जानने की कोशिश में थे कि गोपालगंज के प्राचार्य कब बोर्ड कार्यालय आएंगे। बोर्ड में दिन भी हलचल रहा तो वहीं कर्मी डरे और सहमे रहे।

दोपहर 2:00 बजे
प्राचार्य प्रमोद कुमार श्रीवास्तव बिहार बोर्ड कार्यालय पहुंचे। वे 2 बजे पहुंचे। उनसे पुलिस ने लंबी पूछताछ की। सचिव अनूप सिन्हा के कक्ष में अधिकारियों ने उनसे बात की। 

शाम 4:30 बजे
4:30 बजे कोतवाली पुलिस उन्हें ले गई। प्राचार्य पर स्ट्रांग रूम में रखी कॉपियों को सुरक्षित रखने में लापरवाही बरतने और बिना अनुमति स्कूल में 12 से 17 जून के बीच सत्संग कराने का भी आरोप लगा है। स्ट्रांग रूम की चाबी प्राचार्य के पास थी।

गिरफ्तारी के बाद एसपी राशिद जमां, एएसपी नीरज कुमार सिंह और नगर इंस्पेक्टर रवि कुमार ने कॉपियां गायब होने के मामले में पूछताछ की।.

उधर, नाइट गार्ड आसपूजन सिंह और आदेशपाल छठू सिंह को गोपालगंज से पकड़ा गया।

रात करीब 8 बजे
गोपालगंज के केंद्र से उत्तर पुस्तिकाएं गायब होने के मचे बवाल के बीच रात 8 बजे बिहार बोर्ड अध्यक्ष आनंद किशोर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की और ऐलान किया कि नतीजे 20 जून को नहीं 26 जून को सुबह साढ़े 11 बजे जारी होंगे। उन्होंने कहा कि मूल्यांकन केंद्र से उत्तर पुस्तिकाओं का गायब होना बोर्ड को बदनाम करने का षड्यंत्र है। वैसे पहले ही सारे अंक बोर्ड को मिल चुके हैं। गोपालगंज मामले का असर रिजल्ट पर नहीं पडे़गा। 

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