bihar board 10th result 2020: इस बार टॉपर सूची में सिमुलतला के सिर्फ तीन छात्र
मैट्रिक परीक्षा का रिजल्ट मंगलवार को जारी कर दिया गया है। इस बार सबसे ज्यादा चौंकाने वाला रिजल्ट सिमुलतला आवासीय विद्यालय का रहा। अब तक सबसे ज्यादा टॉपर देने वाला सिमुलतला आवासीय विद्यालय इस बार पिछड़...
मैट्रिक परीक्षा का रिजल्ट मंगलवार को जारी कर दिया गया है। इस बार सबसे ज्यादा चौंकाने वाला रिजल्ट सिमुलतला आवासीय विद्यालय का रहा। अब तक सबसे ज्यादा टॉपर देने वाला सिमुलतला आवासीय विद्यालय इस बार पिछड़ गया। टॉप टेन में 41 छात्र-छात्राओं की सूची है।
बिहार बोर्ड का कहना है कि टॉप 10 में तीन जबकि टॉप 20 में 18 विद्यार्थी हैं। सबसे कम अंक 73.20 फीसदी अंक आया है। टॉप फाइव में यहां का एक भी विद्यार्थी अपना स्थान नहीं बना सका है। हालांकि, 115 छात्र-छात्राएं प्रथम श्रेणी से पास होने में सफल रहे हैं। इनमें 59 छात्र और 56 छात्राएं शामिल हैं। वर्ष 2015 से विद्यालय का रिजल्ट शत प्रतिशत रहा है। पहले दो सत्र 2015 में 31 टॉप टेन में 30 और वर्ष 2016 में टॉप टेन में 42 में 42 छात्र-छात्राएं सिमुलतला के थे।
वहीं, स्कूल का पिछला रिकार्ड देखा जाए तो काफी शानदार रहा है। इस स्कूल के आगे -पीछे दूसरे विद्यालय के छात्र कहीं नहीं ठहरते थे पर इस बार स्थिति पूरी तरह से पलट गई है। यह स्कूल सरकार का ड्रीम प्रोजेक्ट होने के बाद भी अपनी बादशाहत कायम नहीं रख सका। यह सबसे ज्यादा अफसोसजनक बात है। इस स्कूल का वार्षिक बजट दस करोड़ रुपये का है।
रिजल्ट कम होने के कारण
सिमुलतला आवासीय विद्यालय के गिरते रिजल्ट के कई प्रमुख कारण हैं। पूर्व में विद्यालय में दाखिले के लिए जो प्रवेश परीक्षा हुआ करती थी। इसका पैटर्न पीटी और मेंस का था। इसमें पीटी में वस्तुनिष्ठ और मुख्य परीक्षा सब्जेक्टिव होती थी। ऐसा 2015 से 2017 तक हुआ था। इसके बाद जो प्रवेश परीक्षा हुई। इनमें दोनों पीटी और मेंस में वस्तुनिष्ठ प्रश्न पूछे गए। सिर्फ गणित विषय में सब्जेक्टिव प्रश्न पूछे गए थे। यह एक बड़ा कारण है। दूसरा सबसे बड़ा कारण है कि सरकार का ड्रीम प्रोजेक्ट होने के बाद भी यहां विषयवार शिक्षकों की कमी है। इस कमी को दूर नहीं किया जा सका है। यह रिजल्ट गिरावट का एक बड़ा कारण है।
इस बार का रिजल्ट संतोषजनक नहीं रहा है। इसमें सुधार किया जाएगा। पूरे रिजल्ट की समीक्षा की जाएगी। आखिर ऐसा कैसे हुआ। स्थितियां पूर्व की तरह हैं। इसे देखा जाएगा। स्क्रूटनी करायी जाएगी।
- राजीव रंजन, प्राचार्य, सिमुलतला आवासीय विद्यालय