बिहार बोर्ड: छोटे शहरों के बेटों ने लहराया परचम, बड़े स्कूल नहीं दे पाए टॉपर
बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने मंगलवार को मैट्रिक-2020 का रिजल्ट जारी कर दिया। इस बार मेधा सूची में पटना के छात्र जगह नहीं बना पाए। हालांकि सेंट जेवियर्स हाई स्कूल के सभी छात्र प्रथम श्रेणी...
बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने मंगलवार को मैट्रिक-2020 का रिजल्ट जारी कर दिया। इस बार मेधा सूची में पटना के छात्र जगह नहीं बना पाए। हालांकि सेंट जेवियर्स हाई स्कूल के सभी छात्र प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण हुए। इसकी जानकारी स्कूल के प्राचार्य फादर किस्टू ने दी। उन्होंने बताया कि स्कूल के 48 विद्यार्थी मैट्रिक परीक्षा में शामिल हुए थे। इनमें सभी ने प्रथम श्रेणी हासिल की। शहरी क्षेत्र की तुलना में जिले के ग्रामीण स्कूलों का मैट्रिक की परीक्षा में दबदबा रहा। यदि टॉप-5 की बात करें तो सिर्फ पटना शहर के दो स्कूलों के बच्चे स्थान बना पाए। बाकी सभी ग्रामीण इलाकों से ही हैं। टॉप-5 में आठ बच्चे शामिल हैं।
देखा जाए तो पटना बिहार में शिक्षा का केंद्र है। तमाम बेहतरीन स्कूल यहीं अवस्थित हैं। यहां के विद्यार्थियों को अच्छी र्कोंचग भी मिल जाती है। पटना में रहने वालों की आर्थिक स्थिति भी कुछ बेहतर ही होती है। बावजूद पटना कम-से-कम पिछले चार साल से एक भी टॉपर मैट्रिक की परीक्षा में नहीं दे पा रहा है। पिछले साल भी यहां के एक भी विद्यार्थी टॉप-10 में जगह नहीं बना पाए थे। 2018 में भी पटना का कोई विद्यार्थी टॉप-10 में नहीं था। वर्ष 2017 में भी यहां का एक भी विद्यार्थी टॉपर की लिस्ट में जगह नहीं बनाया पाया था।
पटना के टॉपर
विद्यार्थी- स्कूल का नाम- प्राप्तांक
समीक्षा कुमारी- कुशवाहा गल्र्स हाई स्कूल, गुलजारबाग- 466
प्रिंस कुमार- हाई स्कूल नरगादा, दानापुर- 461
रजनी सिंह- एसआरजीपीएस हाई स्कूल, बयापुर- 458
कौशलेंद्र कुमार- हाई स्कूल, गोना- 458
मो. अशद राजा- डॉ. जाकिर हुसैन हायर सेकेंडरी,सुल्तानगंज- 457
रुचि चौधरी- एसआरजीपी हाई स्कूल, बयापुर - 456
रुखसार तनवीर- हाई स्कूल गोवासा शेखपुरा, बाढ़- 456
प्रशांत कुमार- हाई स्कूल, फतुहा- 456
क्रैश हुई वेबसाइट
मैट्रिक रिजल्ट आने के बाद बिहार बोर्ड की वेबसाइट पर अचानक बोझ बढ़ने से वेबसाइट क्रैश होने लगी। परीक्षाफल जानने के लिए बेताब परीक्षार्थियों की भीड़ अशोक राजपथ, कदमकुआं, राजेन्द्र नगर, मुसल्लहपुर हाट, पटनासिटी आदि इलाकों में मौजूद साइबर कैफे पर भी देखने को मिली। वेबसाइट क्रैश होने के संबंध में सोशल मीडिया पर भी सूचनाएं वायरल हो गईं।
बिहार बोर्ड देश में पहला है जिसने इंटर और मैट्रिक का रिजल्ट प्रकाशित किया है। विपरीत परिस्थिति में जो कठिन लग रहा था उसे आसान बनाया गया है, जिसका परिणाम है इतना पहले रिजल्ट जारी कर सके।
-कृष्णनंदन प्रसाद वर्मा, शिक्षा मंत्री