रामनवमी पर मोकामा में बड़ा हादसा, गंगा में नहाने गए 4 युवक डूबे; 3 की मौत, एक-दूसरे को बचाने में गई जान
रामनवमी के दिन मोकामा थाना इलाके के मेकरा गांव में गंगा नहाने गए चार युवक गहरे पानी में समा गए। इनमें से तीन की मौत हो गई, जबकि एक युवक किसी तरह बचकर बाहर निकला।
रामनवमी के दिन मोकामा थाना इलाके के मेकरा गांव में गंगा नहाने गए चार युवक गहरे पानी में समा गए। इनमें से तीन की मौत हो गई, जबकि एक युवक किसी तरह बचकर बाहर निकला। घटना गुरुवार की सुबह 9 बजे की है।
मृतकों में मेकरा का शिवम कुमार (19), पिता धनंजय सिंह, श्याम कुमार उर्फ मुकुल (20), पिता इंदर राय और बेगूसराय के तेघरा का आयुष कुमार (16), पिता चन्द्रचूड़ राय शामिल हैं। आयुष का मेकरा में ननिहाल है। वहीं, बचकर निकलने वाला युवक सिकोल राय का पुत्र पिंटू कुमार (23) है।
बताया जाता है कि गुरुवार को पिंटू का जन्मदिन था। चारों दोस्तों ने गंगा में नहाने की योजना बनाई और सुबह 8.30 के आसपास घर से निकल गए। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार नहाने के क्रम में आयुष डूबने लगा। उसे बचाने श्याम और उसके पीछे शिवम गया। सभी एक दूसरे को पकड़ने लगे और देखते ही देखते एक साथ गहरे पानी में समा गए। वहीं, पिंटू भी बचाने के दौरान डूबने लगा।
खुद की जान पर खतरा महसूस होने पर वह किसी तरह तीनों से छुड़ाकर बाहर निकला। अत्यधिक पानी पीने से पिंटू की तबीयत बिगड़ गई है। स्थानीय निजी क्लीनिक में उसका इलाज चल रहा है। पिंटू की शादी एक साल पूर्व हुई है। उधर, तीन युवकों के डूबने की खबर आग की तरह फैल गई और घाट पर लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। पीड़ित परिवारों में कोहराम मच गया।
तीनों शव एक साथ एक दूसरे से लिपटे थे
मेकरा पंचायत के मुखिया पति परम राय एवं ग्रामीणों के सहयोग से शवों की तलाश शुरू की गई। काफी मशक्कत से करीब दो घंटे बाद तीनों युवकों का शव मिला। तीनों शव एक साथ एक दूसरे से लिपटे थे। मुखिया ललिता देवी ने मृतक के परिवार वालों को तत्काल अंतिम संस्कार के लिए तीन-तीन हजार रुपये दिए। मोकामा थाने की पुलिस ने शवों का पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सौंप दिया। अनुमंडलाधिकारी, बाढ़ कुंदन कुमार ने कहा कि घटना बहुत दुखद है। आपदा प्रबंधन विभाग से मृतक के परिजनों को चार-चार लाख की मुआवजा राशि शीघ्र मुहैया कराई जाएगी।
इकलौता था आयुष और शिवम
डूबने वाले आयुष और शिवम माता-पिता के इकलौता बेटे थे। शिवम की एक बहन है। जबकि तेघरा का आयुष भाई में अकेला था। इसकी मौत के बाद घर के लोगों का रो-रोकर बुरा हाल है।