Bank strike: अपनी मांगों को लेकर 27 जून को हड़ताल पर बैंक कर्मी, 3 दिन बंद रहेगा बैंक
बैंकों के कर्मचारी 5 कार्य दिवसीय बैंक , पेंशन को अद्यतन करने व 31 मार्च 2010 के बाद योगदान करने वाले कर्मियों के लिए एनपीएस के बदले पुरानी पेंशन योजना की मांग कर रहे हैं।
यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन्स के आहवान पर राज्य में 27 जून को व्यावसायिक बैंकों में हड़ताल होगा। यूनियन्स ने इसकी घोषणा की है। बैंकों के कर्मचारी 5 कार्य दिवसीय बैंक , पेंशन को अद्यतन करने व 31 मार्च 2010 के बाद योगदान करने वाले कर्मियों के लिए एनपीएस के बदले पुरानी पेंशन योजना की मांग कर रहे हैं। 27 जून को बैंक हड़ताल के कारण 3 दिन बैंक बंद रहेंगे। 25 को महीने का चौथे शनिवार और 26 को रविवार होने के कारण बैंकों में अवकाश रहेगा।
ऑल इण्डिया बैंक ऑफिसर्स एसोसिएशन के संयुक्त सचिव डीएन त्रिवेदी ने सोमवार को बताया कि हड़ताल के कारण बिहार में व्यावसायिक बैंको की 5065 शाखाओ के कामकाज पर असर पड़ेगा जिससे करीब 7 हजार करोड़ के कारोबार प्रभावित होगा।
यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन लंबे समय से बैंकों में 5 दिन का सप्ताह लागू करने की मांग कर रही है। उनका कहना है कि बैंकों में सप्ताह में सिर्फ पांच दिन काम होना चाहिए। रिजर्व बैंक, नाबार्ड और प्राइवेट सेक्टर की अधिकांश बड़ी कंपनियों में यह नियम लागू है। यूएफबीयू ने अब कहा है कि 5 दिन काम और पेंशन संबंधी उनकी मांगें अगर सरकार ने नहीं मानीं तो बैंकों के कर्मचारी आन्दोलन को तेज करेंगे।
यूएफबीयू देश के 9 बैंक यूनियनों का एक संयुक्त संगठन है जिसमें ऑल इंडिया बैंक एंप्लॉयी एसोसिएशन (एआईबीईए),ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स कॉन्फेडरेशन (ऑयबाक), ऑल इण्डिया बैंक ऑफिसर्स एसोसिएशन (एआईबीओए) नेशनल कॉन्फेडरेशन ऑफ बैंक इम्पलाईज (एनसीबीई) बैंक इम्पलाईज फेडरेशन ऑफ इंडिया(बेफी) इण्डियन नेशनल बैंक ऑफिसर्स कांग्रेस (इनबॉक) इण्डियन नेशनल बैंक एम्प्लॉइज फेडरेशन (इनबेफ) नेशनल ऑर्गेनाइजेशन ऑफ बैंक वर्कर और नेशनल ऑर्गनाइजेशन ऑफ बैंक ऑफिसर्स (नोबो) शामिल है।