कोरोना के चाइनीज वेरियंट बीएफ 7 को लेकर बिहार में अलर्ट, हर सैंपल की होगी जीनोम सीक्वेंसिंग; खुद ऐसे करें बचाव
कोरोना के चाइनीज वेरियंट बीएफ 7 को लेकर बिहार में भी अलर्ट जारी कर दिया गया है। जिसके चलते स्वास्थ्य विभाग की अहम बैठक हुई। अब हर सैंपल की जीनोम सीक्वेंसिंग होगी। सार्वजनिकत स्थलों पर रैंडम जांच होगी।
चीन में लगातार बढ़ते कोरोना के मामलों के लिए जिम्मेदार ओमीक्रोन के सब-वेरिएंट बीएफ 7 के चार मामले भारत में भी सामने आए हैं। जिसके बाद से राज्य के लोगों की चिंता बढ़ गई है। केंद्र ने बिहार समेत सभी राज्यों के मुख्य सचिव को कोरोना की रोकथाम के लिए आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा कोरोना को लेकर जारी दिशा-निर्देश के बाद बिहार के स्वास्थ्य विभाग ने बुधवार को समीक्षा बैठक की। केंद्र ने नमूनों की जांच करने और जीनोम सिक्वेंसिंग कराने पर जोर दिया है ताकि कोरोना के नये स्ट्रेन की जानकारी मिल सके। आईजीआईएमएस के माइक्रोबायोलॉजी विभाग को नमूना संग्रह करने और जिलों से समन्वय स्थापित करने को कहा है। विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने राज्य स्वास्थ्य समिति व आईजीआईएमएस के पदाधिकारियों के साथ बैठक की।
हर सैंपल की होगी जीनोम सीक्वेंसिंग
बैठक में उन्होंने कहा कि जिलों में जहां भी कोरोना की जांच हो रही है, वहां पॉजीटिव केस अगर मिलते हैं तो उनकी जीनोम सिक्वेसिंग कराएं। पीएमसीएच के वरीय चिकित्सक डॉ. बीके चौधरी ने बताया कि नया वेरिएंट बीएफ.7 ओमिक्रोन का ही सब वेरिएंट है। यह काफी संक्रामक है। जितनी जल्दी हो सके लोगों को बूस्टर डोज ले लेना चाहिए। सार्वजनिक स्थलों पर मास्क अनिवार्य कर देना चाहिए। लेागों को को अनावश्यक भीड़ और यात्रा से बचना चाहिए। हल्का लक्षण पर भी जांच कराएं। जरूरत पड़ी तो रेलवे स्टेशनों व बस अड्डों पर रैंडम जांच होगी। बिहार में कोरोना के मात्र तीन सक्रिय केस पाए गए। इनमें से दो दरभंगा और एक गया का निवासी है। पूरे राज्य से पिछले दो दिनों में एक भी नया केस नहीं मिला है। आईजीआईएमएस के एक वरीय चिकित्सक ने बताया कि ये सभी ओमिक्रॉन के ही सब वेरिएंट हैं, जो म्यूटेंट होकर ज्यादा संक्रामक बन गया है। यह कितना जानलेवा है इस पर अध्ययन हो रहा है। केंद्रीय सचिव ने राज्यों को दिए निर्देश में कहा कि 7 दिनों में भारत में 1200 और विश्वभर में 35 लाख कोरोना के मामले आए हैं। ऐसे में शुरुआती पहचान, आइसोलेशन, ट्रेसिंग, टेस्टिंग, ट्रीटमेंट व संक्रमितों का प्रबंधन पर जोर दें।
बिहार में सबसे ज्यादा टीकाकरण और कोरोना जांच
इस बीच बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने कहा है कि कोरोना जांच और टीकाकरण सबसे अधिक बिहार में हो रहा है। हमलोग हर जगह लगातार जांच कराते रहे हैं। देशभर में दस लाख आबादी पर कोरोना की केवल 6.50 लाख जांच हुई है, जबकि बिहार में आठ लाख से ज्यादा जांच हुई है। हमलोग कोरोना को लेकर अभी भी सक्रिय हैं। उन्होंने कहा कि अभी देश में भी स्थिति सामान्य है। देश में कोरोना घटता जा रहा है और कुछ ही राज्यों में थोड़ा-थोड़ा है, लेकिन अभी इसकी संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता।
बीएफ.7 पर एंटीबॉडी का असर नहीं
चीन में कोरोना के तेजी से बढ़ते नए मामलों के लिए ओमीक्रोन के सब-वेरिएंट बीएफ.7 को जिम्मेदार माना गया है। डब्ल्यूएचओ का कहना है कि यह अब तक का सबसे तेजी से फैलने वाला वेरिएंट है। यह कोरोना वायरस के स्पाइक प्रोटीन में आर346टी म्यूटेशन से बना है। इसी की वजह से बीएफ.7 पर एंटीबॉडी का असर नहीं होता। बीएफ.7 एंटीबॉडी को भी हराकर शरीर में घुसने की क्षमता रखता है।
क्या हैं बीएफ.7 के लक्षण
बीएफ.7 के लक्षण भी ओमीक्रोन के पहले मिले वेरिएंट के लक्षण के जैसे ही हैं। इनमें बुखार, गले में खराश और सिरदर्द शामिल हैं। यह इंसान के श्वसन तंत्र के ऊपरी हिस्से को प्रभावित करता है। कमजोर रोग प्रतिरोधक क्षमता वाले लोगों के लिए काफी घातक है।
कैसे करें बचाव ?
भीड़-भाड़ वाली जगहों पर मास्क पहने, कोरोना टीके की तीसरी यानी बूस्टर डोज जरुर लें, जिन लोगों को पहले से कोई बीमारी है या बुजुर्ग हैं, वो कोविड दिशा निर्देशों का पालन करें और लोगों को घबराने की जरुरत नहीं सावधानी बरतें