अजब शादी की गजब कहानी: दो बहनों के चक्कर में फंस गया दूल्हा, बड़ी के साथ जयमाला, लेकिन दुल्हन बनी छोटी
सारण के मुबारकपुर में अनोखी शादी हुई। जहां बारात जो बड़ी बहन के लिए सजी थी, लेकिन दुल्हन बनी छोटी बहन। दरअसल जयमाला के बाद छोटी बहन ने सुसाइड की धमकी दे डाली। जिसके बाद दूल्हे से उसकी शादी कराई गई
सारण में एक अजीबोगरीब शादी हुई। बारात सजी बड़ी बहन के लिए लेकिन दुल्हन बन छोटी बहन लौटी। दरअसल छोटी बहन की छत से कूद कर जान देने की धमकी के बाद बड़ी बहन से शादी के इनकार करते ही बाराती और सराती आपस में भिड़ गए। जिसके बाद मुखिया पति को समझौते के लिए सरपंच और पण्डितगिरी की भूमिका में आना पड़ा। काफी मान-मनौव्ल के बाद दूल्हे ने छोटी बहन की मांग भरी। वहीं मांझी पुलिस भी इस अनोखी शादी की साक्षी बनी।
छोटी बहन ने दी सुसाइड की धमकी
मंगलवार की शाम मुबारकपुर में बारात समय पर गांव पहुंच गई। दुल्हन के पिता ने बारातियों की खूब आवभगत की। सैकड़ों लोगों की मौजूदगी में जयमाला की भी हो गई। इसके बाद रात के लगभग ग्यारह बजे आंगन में कन्या निरीक्षण का दौर चल ही रहा था, तभी दुल्हन की छोटी बहन चुपके से छत पर चढ़ गई और छत से दूल्हे को मोबाइल से फोन कर धमकी दी कि अगर तुमने मेरे साथ शादी नहीं की, तो मैं छत से कूदकर अपनी जान दे दूंगी। मौके की नजाकत को देखते हुए दूल्हे ने आनन फानन में कन्या निरीक्षण से अपने परिजनों और रिश्तेदारों को सूचना भेजकर जनवासे में वापस बुला लिया।
बारातियों और सरातियों में मारपीट
इस दौरान सरातियों ने दूल्हे समेत कुछ रिश्तेदारों को बंधक बना लिया। और पिटाई कर दी, इस बीच दूल्हे की टोपी कहीं गुम हो गई। अफरातफरी देखकर भागे बारातियों ने किसी तरह बंधक बनाए जाने की घटना की सूचना मांझी थाना पुलिस को दी। सूचना पाकर मुबारकपुर में पुलिस पहुंची। हालात की जानकारी लेने के बाद बुधवार की अहले सुबह चार बजे पुलिस ने स्थानीय मुखियापति शैलेश्वर मिश्रा को मौके पर बुलाया और इस मामले में उनसे पहल करने का अनुरोध किया।
मुखियापति ने पूरी कराई शादी की रस्म
काफी देर बातचीत के बाद दोनों पक्षों के लोगों के अलावा दुल्हन ने भी अपनी छोटी बहन के साथ दूल्हे को शादी कर लेने की हामी भर दी। पंचायती के बाद विवाह की रस्म अदायगी के लिए पुरोहित की खोजबीन शुरू हुई तब पता चला कि मारपीट के बाद से दोनों पक्ष के पुरोहित फरार हो गए थे। लोगों की सलाह पर ब्राम्हण मुखियापति ने मंत्रोच्चार के साथ सिंदूर दान की रस्म अदायगी की। दूल्हा-दुल्हन समेत बारातियों को सकुशल विदा करा दिया। चर्चा यह भी है कि रिश्ता तय से पहले लड़के और छोटी बहन के बीच लगाव हो गया था। घर वालों को इसकी कोई जानकारी नहीं थी।