दिवाली पर बर्निंग ट्रेन होने से बची अहमदाबाद-दरभंगा स्पेशल, बोगी के नीचे से उठी आग की लपटें; मचा हड़कंप
अहमदाबाद से चलकर दरभंगा आने वाली 09465 अहमदाबाद-दरभंगा स्पेशल सुबह करीब साढ़े दस बजे गोरौल से गुजर रही थी। इसी बीच ड्यूटी पर तैनात एसएम को दिखाई दिया कि ट्रेन की एक बोगी के नीचे आग की लपट उठ रही है।
गोरौल में एक एक्सप्रेस ट्रेन बर्निंग ट्रेन होते-होते बची। स्टेशन पर तैनात एसएम की सूझबूझ से बड़ा हादसा टल गया। रविवर को दीपावली के दिन अहमदाबाद से चलकर दरभंगा आने वाली 09465 अहमदाबाद-दरभंगा स्पेशल सुबह करीब साढ़े दस बजे गोरौल से गुजर रही थी। इसी बीच ड्यूटी पर तैनात एसएम को दिखाई दिया कि ट्रेन की एक बोगी के नीचे आग की लपट उठ रही है। उन्होंने तत्काल अपने वाकीटॉकी से इसकी सूचना ट्रेन के चालक और गार्ड को दी। तेज गति से जा रही ट्रेन को तुरंत रोक दिया गया।
ट्रेन रुकते ही अफरातफरी का महौल हो गया। ट्रेन की एस-5 बोगी के नीचे ब्रेक से आग की लपट देख उस बोगी से यात्री कूदने लगे। जहां से आग निकल रहा था, वहां पानी का फव्वारा छोड़ा गया। गोरौल रेलवे के इंजीनियर विभाग के कर्मियों के जुटने के बाद आग पर काबू पाया गया। इस दौरान उक्त बोगी से मुजफ्फरपुर तक की यात्रा करने वाले बहुत से यात्री उतर कर ऑटो से आगे तक की यात्रा तय की। इसमें देवरिया, साहेबगंज, मीनापुर, पारू तक के यात्री थे। छठ के मौके पर परदेस से घर लौट रहे थे। सभी के चेहरे पर भय का महौल था। करीब 45 मिनट तक ट्रेन गोरौल स्टेशन से थोड़ी दूर उत्तर 23 और 22 नंबर रेलवे गुमटी के बीच रुकी रही। 23 नंबर गुमटी बंद रहने के कारण भीषण जाम लग गया था।