जनादेश महागठबंधन को लेकिन चुनाव आयोग का परिणाम एनडीए के पक्ष में: तेजस्वी
बिहार विधानसभा चुनाव 2020 में शिकस्त के बाद पार्टी ऑफिस में प्रेस कांफ्रेस करते हुए तेजस्वी ने एक एक कर बीजेपी, नीतीश और चुनाव आयोग पर बरसे। उन्होंने कहा कि मैं बिहार के लोगों को धन्यवाद देता हूं।...
बिहार विधानसभा चुनाव 2020 में शिकस्त के बाद पार्टी ऑफिस में प्रेस कांफ्रेस करते हुए तेजस्वी ने एक एक कर बीजेपी, नीतीश और चुनाव आयोग पर बरसे। उन्होंने कहा कि मैं बिहार के लोगों को धन्यवाद देता हूं। जनादेश महागठबंधन का पक्षधर था, लेकिन चुनाव आयोग का परिणाम एनडीए के पक्ष में था।
- कहा कि यह पहली बार नहीं हुआ है। 2015 में जब महागठबंधन बना था, तब वोट हमारे पक्ष में थे, लेकिन भाजपा ने सत्ता हासिल करने के लिए चोर दरवाजे से प्रवेश किया।
- हमलोग दिल में हैं, हम जीते हैं, कहा कि बीजेपी चोर दरवाजे से सत्ता में आई, जेडीयू तीसरे नंबर पर नीतीश कुर्सी छोड़ें।
- आरोप लगाया कि 900 बैलेट पेपर को रद्द कर दिया गया।
महागठबंधन के नेता चुने गए तेजस्वी
इससे पहले महागठबंधन की एक अहम बैठक में 110 विधायकों ने तेजस्वी यादव को नेता प्रतिपक्ष बनाए जाने के साथ-साथ महागठबंधन का नेता भी चुन लिया। पटना में गुरुवार को राबड़ी आवास पर हुई बैठक में राजद के साथ कांग्रेस और वामदल के विधायक मौजूद रहे। इस बैठक में राजद नेताओं के साथ-साथ पार्टी के राज्यसभा सांसद अखिलेश सिंह, बिहार प्रभारी सचिव विरेंद्र सिंह राठौर भी शामिल रहे।
नवनिर्वाचित विधायकों ने एक-दूसरे को मिठाई खिलाकर बधाई दी
इससे पहले कांग्रेस के नवनिर्वाचित विधायकों की पटना स्थित पार्टी मुख्यालय सदाकत आश्रम में भी बैठक भी हुई। बैठक में नवनिर्वाचित विधायकों ने एक-दूसरे को मिठाई खिलाकर बधाई दी। इस मौके पर पार्टी के वरीय नेताओं ने नवनिर्वाचित विधायकों के साथ मंत्रणा की। बैठक के दौरान नेताओं के चेहरे पर कम सीटों के कारण सरकार नहीं बना पाने का मलाल साफ तौर पर दिख रहा था।