सहरसा में 70 साल के किसान की हत्या, तरबूज तोड़ने के विवाद में पीट-पीटकर मार डाला
सहरसा में तरबूज तोड़ने से रोकने पर पहरेदारी कर रहे 70 साल के किसान को भैंसवारों ने पीट-पीटकर मार डाला। सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस कार्रवाई में जुट गई है।
कोसी नदी के किनारे खेत में लगे तरबूज तोड़ने का विरोध करने पर गुरुवार को चरवाहों ने पीट-पीट कर एक वृद्ध किसान की हत्या कर दी। घटना सलखुआ थाना क्षेत्र की सितुआहा पंचायत के बनगामा गांव के पास की है। मृतक किसान तारणी चौधरी (70 वर्ष) कोतवलिया गांव के निवासी थे। मृतक के पत्नी शोभा देवी के आवेदन पर बनगामा के ही कैलू चौधरी के दोनों बेटे आकाश चौधरी और बबलू चौधरी के अलावा अज्ञात पर हत्या की प्राथमिकी दर्ज की गयी है। पुलिस ने एक नामजद आरोपी आकाश को गिरफ्तार कर लिया है।
घटना के संबंध में स्थानीय लोगों ने बताया कि तारणी चौधरी बनगामा में 15 कट्टा जमीन पर तरबूज की खेती करते थे। वहीं वह रहते भी थे। बनगामा के ही आकाश चौधरी और उसके भाई बबलू चौधरी सहित अन्य 7 चरवाहा तरबूज चोरी कर तोड़ ले जाते थे। बुधवार की शाम तारणी चौधरी व उनका पुत्र विजय चौधरी आरोपी आकाश के घर जाकर शिकायत की थी। इसी पर विवाद बढ़ गया। रात में ही आकाश एवं बबलू ने धमकी दी कि खेत से तरबूज हटा लो। हमलोगों को मवेशी चराने में दिक्कत होती है। इसी पर वाद-विवाद दोनों पक्षों के बीच हो गया।
गुरुवार की सुबह सभी चरवाहे खेत पर जाकर तरबूज तोड़ने लगे जिस पर तारणी चौधरी के मना करने पर आकाश चौधरी व बबलू चौधरी ने अन्य साथियों के साथ लाठी से पीट-पीट कर बुरी तरह से जख्मी कर दिया। जबतक उसकी पत्नी व पुत्र खेत पर पहुंचा वह बेहोश हो जमीन पर गिर गया। सभी हमलावर वहां से भाग गये। सलखुआ अस्पताल ले जाने दौरान रास्ते में ही जख्मी तारणी चौधरी की मौत हो गई। अस्पताल में डॉक्टर ने जांच के बाद मृत घोषित कर दिया। सलखुआ थाना पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम करा परिजनों को सौंप दिया। थानाध्यक्ष गुड्डू कुमार के अनुसार मृतक की पत्नी के आवेदन पर प्राथमिकी दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है।