Hindi Newsबिहार न्यूज़6 criminals arrested with arms from mla flat in patna interrogation of criminals in case of demanding extortion money from contractor

पटना: विधायक के फ्लैट से हथियार संग 6 अपराधी धराये, ठेकेदार से रंगदारी मांगने के मामले में अपराधियों से हो रही पूछताछ

राजधानी पटना  के बोरिंग कैनाल रोड स्थित अपार्टमेंट के एक फ्लैट में शुक्रवार की दोपहर पटना की विशेष पुलिस टीम ने छापा मारकर आधा दर्जन अपराधियों को उठा लिया। पकड़े गए आरोपितों के पास से हथियार...

Malay Ojha पटना, हिन्दुस्तान टीम, Sat, 8 Aug 2020 08:17 AM
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राजधानी पटना  के बोरिंग कैनाल रोड स्थित अपार्टमेंट के एक फ्लैट में शुक्रवार की दोपहर पटना की विशेष पुलिस टीम ने छापा मारकर आधा दर्जन अपराधियों को उठा लिया। पकड़े गए आरोपितों के पास से हथियार बरामद होने की भी चर्चा है। बताया जा रहा है कि यह फ्लैट बाहुबली विधायक के निजी है।

सूत्रों की मानें तो सीपीडब्ल्यूडी के ठेकेदारों से वाट्सएप पर दी गई धमकी व रंगदारी मांगने के मामले में पुलिस ने यह कार्रवाई की है। हालांकि पुलिस के आला अधिकारी अभी इस मामले में चुप्पी साधे हुए हैं।

मोबाइल ट्रैस होने पर धमकी पुलिस 
बताया गया है कि फ्लैट में ठहरे अपराधियों के मोबाइल का लोकेशन ट्रैस होने पर इसकी जानकारी वरीय अधिकारियों को दी गई। मामले को गंभीरता से लेते हुए अधिकारियों ने विशेष टीम को छापेमारी करने का निर्देश दिया। इसके बाद दोपहर करीब ढाई बजे विभिन्न थानों की पुलिस के साथ विशेष सेल की टीम ने इस अपार्टमेंट में दबिश दी। पुलिस को देखकर अपार्टमेंट में रहने वालों में हड़कंप मच गया। अपार्टमेंट के गार्ड ने रोका तो पुलिस वालों ने अपने को एसटीएफ से जुड़ा होना बताया। इस पर गार्ड सकपका गया। पुलिस ने जब विधायक के फ्लैट में छापेमारी की तो वहां छह अपराधी पकड़े गये। एक-दो अपराधियों के पास हथियार भी होना बताया गया है। सभी अपराधियों को हिरासत में लेकर पुलिस वहां से चली गई।

सीपीडब्ल्यूडी के ठेकेदारों को मिली थी धमकी
सूत्रों की मानें तो सीपीडब्ल्यूडी ने एक टेंडर निकाला था, जिसमें भाग लेने वाले पटना के तीन ठेकेदारों को जुलाई में व्हाट्सएप पर कॉल और मैसेज भेजकर धमकी दी गई थी। उन्हें टेंडर छोड़ने को कहा गया था। यही नहीं टेंडर नहीं छोड़ने पर उन्हें जान से मारने की धमकी भी दी गई थी। इस मामले में एक पीड़ित ठेकेदार की ओर से शास्त्रीनगर थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई थी। इस केस के बाद एक ठेकेदार को रांची में गोली मारकर घायल कर दिया गया था। तब ठेकेदारों ने डीजीपी से सुरक्षा की मांग की और मामले को एसटीएफ के जिम्मे सौंपने के लिए अनुरोध किया था। इसके बाद पटना पुलिस हरकत में आई। यह कार्रवाई इसी से जुड़ी बतायी जा रही है। 

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