Hindi Newsबिहार न्यूज़5 lakh jobs 11 lakh employment in one year Work on mission mode under CM Nitish seven decisions Part 2

बिहार: एक साल में 5.17 लाख नौकरी, 11 लाख रोजगार; मिशन मोड में काम देगी नीतीश कुमार की जॉब एक्सप्रेस

बिहार में नौकरी और रोजगार की बहार आने वाली है। सीएम नीतीश ने सात निश्चय पार्ट-2 के तहत सभी विभागों को 5.17 लाख नौकरी और 11 लाख रोजगार देने के लक्ष्य को मिशन मोड में पूरा करने का आदेश दिया है।

Sandeep हिन्दुस्तान ब्यूरो, पटनाMon, 17 June 2024 08:59 PM
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बिहार में नीतीश कुमार की सरकार नौकरी का पिटारा खोलने जा रही है। एक साल के अंदर 16 लाख से अधिक युवाओं को या तो सरकारी नौकरी मिलेगी या रोजगार मिलेगा। एक साल के अंदर सरकार अलग-अलग विभागों में खाली 5.17 लाख पदों पर बहाली करेगी। इसके साथ ही 11 लाख रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे। इसकी प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। इसके अलावा 1.99 लाख सरकारी नौकरी से संबंधित नियुक्ति प्रक्रिया पूर्ण कर ली गयी है। अगले तीन महीने के अंदर नियुक्ति पत्र वितरित करने का लक्ष्य है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को सरकारी नौकरी को लेकर उच्चस्तरीय बैठक की।

उन्होंने उप मुख्यमंत्री, संबंधित विभागों के मंत्री, मुख्य सचिव, विभागों के प्रधान को सात निश्चय-2 के अन्तर्गत सरकारी नौकरी और रोजगार देने के निर्धारित लक्ष्य को एक साल के अंदर मिशन मोड में पूरा करने का निर्देश दिया। दरअसल, नियुक्ति करने वाले विभिन्न आयोगों को 2 लाख 11 हजार नई नियुक्ति के लिए अधियाचना भेजी जा चुकी है। इसके अतिरिक्त अगले एक महीने में 2 लाख 34 हजार रिक्तियों की अधियाचना विभिन्न आयोगों को भेजी जायेगी। साथ ही आगामी वर्ष में नियुक्ति के लिए 72 हजार और रिक्तियां होने का अनुमान है, जिसकी अधियाचना अगले वर्ष भेजी जाएगी।

परीक्षा में गड़बड़ी पर बनेगा सख्त कानून

नियुक्ति के लिए आयोजित परीक्षाओं में पारदर्शिता बनी रहे और परीक्षा में किसी प्रकार की अनियमितता और प्रश्न पत्र लीक न हो इसको लेकर एक सख्त कानून बनाने का प्रस्ताव आगामी विधानसभा के सत्र में लाने का मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया है। इसमें गड़बड़ी करने वालों पर कड़ी कार्रवाई करने का प्रावधान होगा। सरकार विधानसभा के अगले सत्र के पहले इस इस विधेयक को अंतिम रूप देने में जुट गयी है।

10 लाख की जगह 12 लाख नौकरी, 10 लाख की जगह 22 लाख रोजगार

नीतीश सरकार सरकारी नौकरी व रोजगार के अपने लक्ष्य से काफी आगे बढ़ चुकी है। सुशासन के कार्यक्रम 2020-25 के अन्तर्गत 15 दिसंबर 2020 से लागू सात निश्चय-2 के अन्तर्गत मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 10 लाख सरकारी नौकरी और 10 लाख रोजगार देने का लक्ष्य निर्धारित किया था। 10 लाख सरकारी नौकरी देने के लक्ष्य के विरुद्ध अगले वर्ष तक 12 लाख से अधिक लोगों को सरकारी नौकरियां दे दी जाएंगी। वहीं, 10 लाख रोजगार के लक्ष्य के विरुद्ध अब तक 22 लाख से अधिक रोजगार सृजित किये गए हैं। वर्ष 2024-25 में 11 लाख से अधिक रोजगार के अवसर सृजित करने का लक्ष्य रखा गया है।

यह है नौकरी का गणित

सात निश्चय- 2 के अन्तर्गत 5 लाख 16 हजार नियुक्तियां की जा चुकी हैं। इसके अतिरिक्त 1 लाख 99 हजार नियुक्ति पत्र वितरण के लिये तैयार हैं। साथ ही 5 लाख 17 हजार रिक्तियों के विरुद्ध नियुक्ति प्रक्रियाधीन है। यानी (5 लाख 16 हजार + 1 लाख 99 हजार + 5 लाख 17 हजार) कुल 12 लाख से अधिक सरकारी नौकरी देने का लक्ष्य वर्ष 2024-25 तक रखा गया है। इस प्रकार मुख्यमंत्री के सात निश्चय 2 के अन्तर्गत 10 लाख सरकारी नौकरी देने का जो लक्ष्य निर्धारित किया गया था, उसे पार करते हुए वर्ष 2024-25 तक 12 लाख से अधिक लोगों को सरकारी नौकरी दे दी जाएगी।

हाल में संपन्न लोकसभा चुनाव में विपक्ष ने रोजगार को बड़ा मुद्दा बनाया था जिसके जवाब में नीतीश कुछ समय पहले शिक्षकों की बड़ी भर्ती का जिक्र करते थे और कहते थे कि उनके काम का श्रेय लेने की कोशिश चल रही है।

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