Bihar Bridge Collapse: 19 दिन में बह गए 13 पुल; तेजस्वी ने CM नीतीश से पूछे 5 सवाल, लगाए ये आरोप
नेता प्रतिपक्ष और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने बिहार में गिरते पुलों को लेकर सीएम नीतीश से पांच सवाल पूछे हैं। साथ ही पुल गिरने के सभी आंकड़ें सार्वजनिक करने की बात कही है।
बिहार में पुलों के ढहने के मामले पर सियासत जारी है। एक बार फिर से नेता प्रतिपक्ष और पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने नीतीश सरकार पर हमला बोला है। और पांच सवाल पूछे हैं। साथ ही आंकड़े सार्वजनिक नहीं करने पर आशंका भरे आरोप मढ़े हैं। तेजस्वी ने कहा कि बिहार में आज फिर एक पुल का गिरना तथा बीते 𝟏𝟗 दिन में कुल 𝟏𝟑 पुलों का पानी में बह जाना नीतीश सरकार में फैले संस्थागत भ्रष्टाचार का प्रत्यक्ष दृष्टांत है। और इन सवालों के जवाब दें।
तेजस्वी यादव ने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा कि बिहार में आज फिर एक पुल का गिरना तथा बीते 𝟏𝟗 दिन में कुल 𝟏𝟑 पुलों का पानी में बह जाना नीतीश सरकार में फैले संस्थागत भ्रष्टाचार का प्रत्यक्ष दृष्टांत है। हम मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को चुनौती देते है कि वो बिहारवासियों को बताएं कि गिरने वाले पुलों की स्वीकृति कब हुई और किसने दी? गिरने वाले पुलों का टेंडर कब, किसके कार्यकाल में हुआ? गिरने वाले पुलों का शिलान्यास कब और किसने किया? गिरने वाले पुलों का उद्घाटन कब और किसने किया? महज 𝟏𝟗 दिन में 𝟏𝟑 पुलों के गिरने से जनता की कुल कितनी गाढ़ी कमाई पानी में बह गयी?
अगर मुख्यमंत्री जी इन आंकड़ों को सार्वजनिक नहीं करते है तो स्पष्ट है कि 𝟏𝟖 वर्षों से बिहार में सत्ता पर काबिज NDA के नेता ऊपर से लेकर नीचे तक इस भ्रष्टाचारी व्यवस्था के संपोषक, संरक्षक, प्रायोजक और सांझेदार है।
आपको बता दें बीते एक हफ्ते में 7-8 पुल बह गए हैं। और कई पुलिया भी क्षतिग्रस्त हो चुकी हैं। जबकि 19 दिनों में 13 पुल ढह गए हैं। जिसके बाद से विपक्ष लगातार हमलावर है। और तेजस्वी यादव लगातार नीतीश सरकार पर निशाना साध रहे हैं। इस कड़ी में एक बार फिर से बिहार की एनडीए सरकार को घेरा है।
हालांकि इससे पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और डिप्ट सीएम सम्राट चौधरी ने पुलों की जांच के आदेश दिए हैं। और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की बात कही है। सीएम नीतीश खुद पुलों को लेकर समीक्षा बैठक चुके हैं। और पुलों के रखरखाव को लेकर सतर्क रहने और लगातार निगरानी करते रहने की बात कही है। लेकिन बिहार में पुलों के गिरने का सिलसिला थमता नहीं दिख रहा है।