बिहार के सभी सरकारी भवनों में कब तक लग जाएंगे स्मार्ट मीटर, CMD पंकज कुमार पाल ने क्या कहा
उपभोक्ताओं तक पहुंचने के लिए नियमित रूप से माइकिंग, कॉलिंग और घर-घर जाकर उनकी समस्याओं का समाधान करें। इसके साथ ही उपभोक्ताओं को उनके बैलेंस शून्य होने की स्थिति में तत्काल रिचार्ज करने हेतु जागरूक करना और उन्हें मोबाइल ऐप डाउनलोड कराकर उसका उपयोग करना सिखाना भी जरूरी है।
बिहार के सभी सरकारी भवनों में इस महीने तक स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगा लिए जाएंगे। शनिवार को समीक्षा बैठक में बिजली कंपनी के सीएमडी पंकज कुमार पाल ने अधिकारियों को इस बाबत आवश्यक निर्देश दिया। उन्होंने कई स्थानों पर स्मार्ट प्रीपेड मीटरों के खराब होने की शिकायतों पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि इससे न केवल उपभोक्ताओं को असुविधा हो रही है, बल्कि वितरण कंपनियों को राजस्व का नुकसान भी हो रहा है। उन्होंने विशेष रूप से सिक्योर मीटर्स और इंटेलिस्मार्ट जैसी एजेंसियों के खराब प्रदर्शन पर कड़ी चेतावनी देते हुए अपने कार्यबल को बढ़ाकर लक्ष्य समय पर पूरा करने का निर्देश दिया। साथ ही सभी एजेंसियों को 15 जनवरी 2025 तक खराब मीटरों को अनिवार्य रूप से बदलने के निर्देश दिए।
सीएमडी ने अधिकारियों को कहा कि उपभोक्ताओं के साथ लगातार संपर्क बनाए रखना जरूरी है ताकि वे समय पर बिजली बिल जमा हो और बिजली से संबंधित उनकी समस्याओं का त्वरित समाधान हो सके। उपभोक्ताओं तक पहुंचने के लिए नियमित रूप से माइकिंग, कॉलिंग और घर-घर जाकर उनकी समस्याओं का समाधान करें। इसके साथ ही उपभोक्ताओं को उनके बैलेंस शून्य होने की स्थिति में तत्काल रिचार्ज करने हेतु जागरूक करना और उन्हें मोबाइल ऐप डाउनलोड कराकर उसका उपयोग करना सिखाना भी जरूरी है।
बैठक में विभिन्न अंचल और प्रमंडल अधिकारियों ने राजस्व संग्रह में आ रही चुनौतियों को साझा किया। सीएमडी ने अधिकारियों को राजस्व संग्रह की प्रक्रिया को बेहतर बनाने के लिए उपभोक्ताओं के साथ निरंतर संवाद स्थापित करने और उनकी समस्याओं का शीघ्र समाधान सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने यह भी कहा कि आईईसी (सूचना, शिक्षा और संचार) गतिविधियों को और तेज किया जाए ताकि उपभोक्ताओं में जागरूकता बढ़ाई जा सके।
बैठक में नॉर्थ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड के प्रबंध निदेशक डॉ निलेश रामचंद्र देवरे, मुख्यालय के वरीय अधिकारी, सभी सर्किल एवं डिवीजन के अधीक्षण और कार्यपालक अभियंता तथा मीटरिंग एजेंसियों के प्रतिनिधि उपस्थित थे।