पनियाडीह के दो दिवसीय राज्य स्तरीय निषाद मेला की तैयारी जोरों पर
वसंत पंचमी के अवसर पर पनियाडीह गांव के बाबा ज्योतिष नाथ ब्रह्म स्थान पर राज्य स्तरीय निषाद मेले की तैयारियां चल रही हैं। मेले में लगभग पचास हजार निषाद समुदाय के लोग शामिल होंगे। श्रद्धालु चतुर्थी तिथि...
भगवानपुर हाट, एक संवाददाता। वसंत पंचमी के अवसर पर प्रखंड क्षेत्र के पनियाडीह गांव के बाबा ज्योतिष नाथ ब्रह्म स्थान के पास लगने वाले राज्य स्तरीय निषाद मेले को लेकर जोर-शोर से तैयारी चल रही हैं। रविवार से आयोजित होने वाले दो दिवसीय मेले को लेकर ज्योतिष नाथ ब्रह्म स्थान मंदिर की रंगाई-पुताई व साफ-सफाई का काम जोरों पर चल रहा है। यह पावन स्थल निषाद समुदाय का राज्य स्तरीय बड़ा तीर्थ स्थल के रूप में माना जाता है। इस मेले में राज्य के विभिन्न जिलों के करीब पचास हजार से अधिक निषाद समुदाय के लोग शामिल होते हैं। इस स्थल पर बाबा ज्योतिष ब्रह्म, बाबू कारिख नाथ, माता अपूरा सती सहित अन्य देवी-देवताओं का मंदिर है। यहां वसंत पंचमी के एक दिन पहले चतुर्थी तिथि को हीं राज्य के पश्चिमी चंपारण, पूर्वी चंपारण, मुजफ्फरपुर, वैशाली, आरा, सारण, सीवान, गोपालगंज, पूर्णिया, सहरसा, कटिहार सहित विभिन्न जिलों से निषाद समुदाय के श्रद्धालु पहुंचते हैं। चतुर्थी तिथि को रात भर श्रद्धालु भजन - कीर्तन करते हैं। वसंत पंचमी के दिन अहले सुबह मंदिरों में पूजा करने से पहले मंदिर से करीब आधा किलोमीटर दूर स्थित दूधिया पोखरा में स्नान कर श्रद्धालु ज्योतिष नाथ बाबा व अन्य देवी - देवताओं का जलाभिषेक कर पूजा -अर्चना करते हैं। इसे लेकर यहां दो दिनों तक मेला का भी आयोजन होता है। मेले को लेकर मनोरंजन के साधन, विभिन्न प्रकार की दुकानें, होटल, झूला आदि लगने शुरू हो गए हैं। स्थानीय प्रशासन भी मेला को शांति पूर्वक संपन्न कराने के लिए काफी सजग है। मेले में शामिल होने के लिए दूर-दराज के श्रद्धालुओं का पहुंचना शुरू हो गया है। बाबा ज्योतिष नाथ के दरबार में माथा टेकने वालों की हर मुरादें होती हैं पूरी बाबा ज्योतिष नाथ ब्रह्म स्थान के प्रति लोगों में काफी आस्था है। मंदिर के पुजारी त्रिभुवन दास ने बताया कि इस पावन स्थल पर बाबा के दरबार में माथा टेकने वालों की मुरादें अवश्य पूरी होती हैं। यही कारण है कि दिन पर दिन इस स्थल के प्रति लोगों में आस्था बढ़ती जाती है। विभिन्न जिलों के श्रद्धालु गंगा जल की तरह अपने दूधिया पोखरे का पवित्र जल अपने घर ले जाते हैं। उन्होंने बताया कि मंदिर के रंग-रोगन, परिसर की सफाई आदि का काम तेज गति से चल रहा है। श्रद्धालुओं के सुविधा के लिए हरसंभव व्यवस्था की जा रही है। मेले में आए लोगों की सुविधा के लिए बांस के सहारे 25 अस्थाई शौचालय बनाए जा रहे हैं। दुकानों को लगाने के लिए दुकानदारों द्वारा मेला समिति से जगह आवंटित कराया गया है। दो दिवसीय इस धार्मिक आयोजन को लेकर स्थानीय लोगों में भी काफी उत्साह देखा जा रहा है। इसे लेकर मंदिर के पुजारी त्रिभुवन दास ने अनुमंडल पदाधिकारी व थाना प्रभारी को आवेदन देकर मेले में शांति व्यवस्था कायम रखने व भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पर्याप्त संख्या में मजिस्ट्रेट व पुलिस बलों की तैनाती करने की मांग की है।
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