चमकी बुखार को लेकर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट
सीवान में बढ़ते तापमान और उमस के कारण चमकी बुखार के प्रकोप की संभावना बनी हुई है। प्रशासन ने आवश्यक दवाओं, उपकरणों और अस्पताल में बेड की व्यवस्था कर ली है। अगले दो-तीन महीनों में इस पर नियंत्रण के लिए...

सीवान, निज प्रतिनिधि। बढ़ते तापमान एवं उमस के कारण चमकी बुखार के प्रकोप की संभावना बनी रहती है। एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम (एईएस) और जापानी इंसेफेलाइटिस (जेई) यानी चमकी बुखार पर नियंत्रण बेहद जरूरी है। इसको लेकर जिले में सभी तरह की आवश्यक तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। आवश्यक दवाएं, उपकरणों, एम्बुलेंस, अस्पताल में बेड की व्यवस्था कर ली गयी है। सिविल सर्जन डॉ. श्रीनिवास प्रसाद ने बताया कि अगले दो से तीन महीनों तक अभियान चला कर चमकी बुखार पर नियंत्रण को लेकर विशेष कार्य करना है। हालांकि, चमकी बुखार यानी मस्तिष्क ज्वर से निबटने में शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों के जनप्रतिनिधि का सहयोग बेहद जरूरी है। जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ. ओम प्रकाश लाल ने बताया कि जापानी इंसेफेलाइटिस की बीमारी 2023 में दरौली और पचरुखी जबकि वर्ष 2024 में भगवानपुर हाट प्रखंड क्षेत्र के मरीजों का इलाज कराया गया था। हालांकि, वर्ष 2025 में अभी तक कहीं से कोई आधिकारिक तौर पर सूचना या जानकारी नहीं मिली है। लेकिन विभागीय दिशा निर्देश के आलोक में जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से चौकस और अलर्ट मोड पर है। सदर अस्पताल में 10 बेड जबकि अनुमंडल स्तर पर संचालित एसडीएच महाराजगंज में 05 तो रेफरल अस्पताल, सीएचसी और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में 2- 2 वातानुकूलित एईएस बेड बनाया गया है।
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