हसनपुरा: दाहा नदी किनारे के सतुआर घाट पर पगडंडी के सहारे जाते हैं व्रती
हसनपुरा में महाछठ पूजा की तैयारी शुरू हो गई है। लोग अपने गांव लौट रहे हैं और बाजारों में आवश्यक सामग्रियों की खरीदारी कर रहे हैं। सभी छठ घाटों की सफाई का कार्य तेजी से चल रहा है, ताकि श्रद्धालुओं को...
हसनपुरा, एक संवाददाता। शुभ दीपावली पर्व समाप्त होते ही चार दिवसीय नहाए - खाए व महान आस्था का महापर्व महाछठ पूजा की तैयारी में हसनपुरा के लोग जुट गए हैं। जहां हर कोई अपने परिजनों के साथ इस महा आस्था के महापर्व मनाने जहां - तहां से अपने गांव पहुंच रहा है। इसकी तैयारी को लेकर गुरुवार को दिवाली पर्व के बाद से बाजारों में इसकी खरीदारी को ले व्रती जुट गए हैं। सबसे अधिक कपड़ों की दुकानों पर लोगों की भीड़ देखी जा रही है। वहीं लोग इस महा आस्था के महापर्व में लगने वाले हर एक सामग्री की खरीदारी की तैयारी कर रहे हैं। दूसरी तरफ अस्ताचलगामी व उदीयमान सूर्य के अर्घ्य की तैयारी के लिए प्रखंड व नगर पंचायत के सभी जलाशयों, जहां छठ घाट बनें हैं कि साफ - सफाई की तैयारी तेज है। प्रखंड के तेलकथू, लहेजी, मंद्रापाली, पकड़ी, हरपुरकोटवा, फलपुरा, सहुली पंचायत के लोग अपने यहां स्थित विभिन्न पोखरों के किनारे बनें छठ घाट पर व्रती अर्घ्य देने पहुंचते हैं। जबकि प्रखंड की कुछ पंचायत व नगर पंचायत से होकर गुजरने वाली दाहा नदी के किनारे पियाउर, गायघाट, अरंडा, उसरी खुर्द, शेखपुरा, हसनपुरा, रजनपुरा के सभी छठ घाट पर व्रती अर्घ्य देने पहुंचते हैं। जिसको ले सभी छठ घाटों की साफ - सफाई का कार्य चल रहा है। प्रखंड क्षेत्र की विभिन्न पंचायतों के अलावा नगर पंचायत के सभी घाटों की साफ - सफाई और अन्य प्रकार की साज सजावट के बारे में प्रशासनिक व जनप्रतिनिधियों द्वारा सभी तरह की जानकारी ली जा रही है। दाहा नदी के किनारे वाले सभी घाटों पर व्रतियों की भीड़ अधिक रहती है। जहां सबसे अधिक भींड उसरी बुजुर्ग स्थित सतुआर घाट पर होती है। जहां प्रखंड व नपंचायत में सबसे अधिक हजारों की संख्या में व्रती अर्घ्य देने पहुंचते हैं। उसरी खुर्द पंचायत व उसरी बुजुर्ग नगर पंचायत द्वारा तीन छठ घाट का निर्माण हुआ है। वहीं दो कच्चे सीढ़ीनुमा घाट भी हैं। वहीं क्षेत्र के कुछ घाटों पर अभी भी गंदगी फैली हुई है। वह भी तब जब छठ पूजा शुरू होने में महज पांच दिन ही बाकी रह गए हैं। जहां कुछ छठ घाट की सफाई के लिए किसी तरह की पहल शुरू की गई है। वहीं कुछ छठ घाट अभी भी साफ - सफाई से वंचित हैं। अन्य घाटों पर भी साफ - सफाई नहीं इसके अलावा अन्य घाटों पर भी साफ सफाई नहीं हुई है। उसको देखते हुए साफ - सफाई का कार्य करवाएं जा रहे हैं। वहीं दाहा नदी के सतुआर घाट को जाने के लिए दो पगडंडीनुमा सड़क से व्रतियों को गुजरना होता है। जिसकी भी साफ - सफाई जरूरी है। जहां श्रद्धालुओं को इस रास्ते से होकर आने जाने में मुश्किल साबित होगा। इसके अलावा लोगों का कहना है कि क्षेत्र के सभी जलाशयों की साफ सफाई के साथ नदी के किनारे अर्घ्य देने में किसी व्रती को दिक्कत न हो, इसको ले प्रशासनिक अधिकारी व जनप्रतिनिधियों को पूरी तरह से चौकसी व सुरक्षा के इंतजाम जरूरी है। घाटों की साफ सफाई के अलावा लाइटिंग की व्यवस्था जरूरी होती है। इससे व्रतियों को कठिनाइयों का सामना करना न करना पड़ेगा। नगर पंचायत द्वारा छठ पूजा की तैयारी के संबंध में हसनपुरा चेयरमैन बेबी गुप्ता ने कहा कि श्रद्धालुओं को घाटों तक पहुंचने में किसी तरह की असुविधा नहीं हो, इसके लिए नपं द्वारा हर तरह से तैयारी शुरू कर दी गई है। घाटों तक आवागमन बहाल करने के उद्देश्य से साफ-सफाई व मिट्टी लेवलिंग का कार्य युद्ध स्तर से किया जा रहा है। जहां नपं के मलाहिडीह, करमासी, जलालपुर, अरंडा, हसनपुरा, नवादा, टड़ीला व उसरी बुजुर्ग स्थित जलाशयों व नदी घाटों का सफाई कार्य जारी है। इस बार सभी घाटों की सफाई का विशेष ध्यान रखने, पर्याप्त संख्या में चेजिंग रूम एवं शौचालय आदि व्यवस्था का निर्देश दिया गया है ताकि व्रतियों एवं आगंतुकों को परेशानी नहीं हो सके। व्रती का कहना है :- छठ घाट की सफाई छठ से पहले हो जानी चाहिए। ताकि छठ व्रतियों को किसी तरह की परेशानी न हो सके। नदी के जलस्तर को ध्यान में रखते हुए बैरिकेटिंग की व्यवस्था के अलावा दलदलनुमा घाट पर बांस आदि के चचरे की व्यवस्था जरूरी है। - राजकुमारी देवी, छठ व्रती। सतुआर घाट के पास कुछ गंदगी है। जिसकी साफ - सफाई बहुत जरूरी है। वहीं इस घाट को जाने वाली मुख्य पगडंडी सड़क की साफ-सफाई व लाइटिंग की व्यवस्था के साथ साथ सुरक्षा का कड़ा इंतजाम होना जरूरी है। - अनामिका गुप्ता, छठ व्रती
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