रघुनाथपुर में 271 बच्चों का दोहरा नामांकन, ई-शिक्षाकोष पोर्टल से खुलासा
रघुनाथपुर में 271 छात्रों का नामांकन दोहरा पाया गया है, जबकि पूरे जिले में यह आंकड़ा हजारों में है। सरकारी और निजी स्कूलों के लिए ई-शिक्षा कोष पोर्टल पर डेटा अपलोड करने के बाद यह फर्जीवाड़ा उजागर हुआ।...
रघुनाथपुर, एक संवाददाता। प्रखंड अंतर्गत विद्यालयों में पढ़ाई कर रहे 271 छात्र-छात्राओं का नामांकन दोहरा पाया गया है। जिले भर के स्कूलों को जोड़कर देखा जाय तो दोहरे नामांकन का आंकड़ा हजारों में है। बहरहाल, सरकारी स्कूलों में नामांकन के मामले में इतना बड़ा फर्जीवाड़ा उजागर होने पर विभागीय अधिकारियों के होश ही उड़ गए हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार, छात्र-छात्राओं सरकारी और निजी अर्थात दोनों कोटि के स्कूलों में नामांकन पाया गया है। यह फर्जीवाड़ा तब उजागर हुआ है जब, सरकारी के साथ-साथ निजी स्कूलों द्वारा भी अपने यहां नामांकित बच्चों की ई-शिक्षाकोष पोर्टल पर प्रोफाइल इंट्री की गई है। हालांकि, इसमें बहुत सारे बच्चों का नाम कई सरकारी विद्यालयों से हटा भी दिया गया है। लेकिन, ई-शिक्षाकोष पोर्टल से उनका नाम अभी हटा नहीं है। इधर, अपग्रेडेड मिडिल स्कूल परशुरामपुर के हेडमास्टर बैजनाथ सिंह ने बताया कि जिन बच्चों ने स्कूल आना बंद कर दिया है या प्राइवेट स्कूल या किसी दूसरे स्कूल में पढ़ना शुरू किया है, उसका नाम रजिस्टर से हटा दिया गया है। पोर्टल से नाम हटाने का विकल्प नहीं कोई होने से अभी उसमें दिख रहा है। रघुनाथपुर के करीब 80 स्कूलों में कहीं 1 तो कहीं 2-4 तो कहीं पर 8-10 बच्चों का नाम दोहरा पाया गया है। मदरसा इस्लामिया फिरोजपुर के 40 से अधिक बच्चों का नाम दो स्कूलों में है। पिछले माह की समीक्षा में हुआ था खुलासा सरकारी के साथ ही निजी स्कूलों द्वारा सभी बच्चों का आंकड़ा अपलोड करने की अनिवार्यता के आधार पर ही दोहरे नामांकन का खुलासा हुआ है। इसी आधार पर ही बच्चों के नामांकन की विभागीय स्तर पर समीक्षा की गई थी। उल्लेखनीय है कि पिछले माह के आखिरी सप्ताह में ही वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से इसकी समीक्षा हुई। जिसमें यह पाया गया कि वर्ष 2024-25 में सूबे भर में विभिन्न कक्षाओं में पढ़ रहे करीब साढ़े 3 लाख बच्चों का नामांकन ई-शिक्षा कोष पोर्टल पर सरकारी और निजी दोनों विद्यालयों में प्रदर्शित कर रहा है। इसका मतलब इन छात्रों का दोहरा नामांकन है। विभागीय अधिकारियों ने बताया इसे लेकर अपर मुख्य सचिव ने खेद प्रकट किया था। किसी एक जगह ही रहेगा बच्चे का नामांकन दोहरे नामांकित विद्यार्थियों को किसी एक ही विद्यालय में जहां वे वर्तमान में पढ़ाई कर रहे हैं, यह दर्शाने का निर्देश अधिकरियों ने दिया है। इसके लिए हेडमास्टर अभिभावकों से संपर्क कर रहे हैं। अपर मुख्य सचिव ने जिला को यह जिम्मेदारी है कि वे इन दोहरे नामांकन वाले बच्चों का नामांकन किसी एक ही स्कूल में सुनिश्चित करें। दोहरे नामांकन वाले बच्चों का नाम किसी एक विद्यालय से नहीं हटाने की स्थिति में ये छात्र डीबीटी के माध्यम से उपलब्ध कराए जाने वाले लाभुक आधारित योजनाओं से भी वंचित रह जाएंगे। इस वजह से जिले में दोहरे नामांकित बच्चों की संख्या को शून्य करने का निर्देश सभी बीईओ को मिला है। बिना आधार वाले बच्चों का नहीं हो रही इंट्री ई-शिक्षा कोष पोर्टल अपडेट होने के बाद बुधवार 23 अक्टूबर से बिना आधारकार्ड वाले बच्चों की पोर्टल इंट्री नहीं हो रही है। इसके पहले 15 दिनों में बच्चे का आधार नम्बर अपडेट (जोड़ने) करने की शर्त इंट्री हो रहा था। लेकिन, अब बिना आधार की इंट्री बंद हो जाने से हेडमास्टर परेशान हो गए हैं। गड़बड़ी की वजह से शिक्षकों की नहीं चढ़ी छुट्टी ई-शिक्षाकोष अपडेट होने के साथ ही इसमें तकनीकी खामी भी नजर आने लगी है। एप अपडेट होने पर शिक्षा सेवक (तालीमी मरकज/टोला सेवक) की उपस्थिति बनाने का ऑप्शन तो आया है। लेकिन, मार्क लीव (छुट्टी दर्ज) करने वाला ऑप्शन खुल नहीं रहा है। इसे लेकर छुट्टी पर रहनेवाले शिक्षक के साथ एचएम भी बुधवार को दिनभर परेशान दिखें। ऐसे में शिक्षकों का मैनुअल रूप से ही छुट्टी स्वीकृत हुई। बीपीएम का कहना है रघुनाथपुर के बीपीएम विशाल कुमार ने बताया कि हेडमास्टरों से वर्तमान में उनके यहां पढ़ रहे बच्चों की सूची लेकर गूगल शीट भरा जा रहा है। जिला से दूसरे जगह का नाम हटा दिया जाएगा।
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