निषाद मेले के विकास क लिए होंगे कार्य: मंत्री
भगवानपुर हाट के पनियाडीह में भव्य निषाद मेले का उद्घाटन शनिवार रात को मंत्री हरि सहनी और मुकेश सहनी ने किया। मेले में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी, जिन्होंने बाबा ज्योतिष नाथ और अन्य देवी-देवताओं की पूजा...

भगवानपुर हाट, एक संवाददाता। प्रखंड क्षेत्र के पनियाडीह में लगने वाले भव्य निषाद मेले का शनिवार की रात सूबे के मंत्री मंत्री हरि सहनी व वीआईपी पार्टी के प्रमुख मुकेश सहनी ने संयुक्त रूप से दीप जलाकर उद्घाटन किया। मंत्री हरि सहनी ने मेले का कायाकल्प करने को कहा। उन्होंने कहा कि मेले के विकास को लेकर सभी तरह वहीं, वीआईपी पार्टी प्रमुख मुकेश सहनी ने अपनी पार्टी की सरकार बनने पर राजकीय मेला का दर्जा दिलाने की बात कहीं। उन्होंने पिछड़े समाज के लोगों से अपने बच्चों की शिक्षा पर जोर देने को कहा। उन्होंने कहा कि जब समाज शिक्षित होगा तभी हम आगे बढ़ सकते हैं। इस राज्यस्तरीय दो दिवसीय निषाद मेला में रविवार को भीड़ उमड़ पड़ी। श्रद्धालुओं ने मंगलवार की रातभर मंदिर परिसर में भजन-कीर्तन किया। रविवार को अहले सुबह बाबा ज्योतिष नाथ के स्थान से करीब आधा किलोमीटर दूर चंवर में स्थित दूधिया पोखरे में स्नान कर बाबा का जलाभिषेक किया। सोमवार को भी पंचमी तिथि होने से श्रद्धालु सोमवार की सुबह भी दूधिया पोखरे में स्नान कर जलाभिषेक करेंगे। इस बार पंचमी तिथि दो दिन होने के चलते यह मेला तीन दिनों तक चलेगा। मेले में आए श्रद्धालु बाबा ज्योतिष नाथ, बाबू कारिख नाथ, माता अपूरा सती व अन्य देवी-देवताओं के स्थान पर पूजा-अर्चना करने में जुटे हैं। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि पूर्व सांसद अजय निषाद, डॉ. अनिल सहनी, राज्य मत्स्यजीवी संघ के अध्यक्ष प्रयाग सहनी, पूर्व मुखिया जयलाल सहनी, सुधांशु सहनी, छोटेलाल सहनी, सीताराम सहनी, बिगन सहनी, कृष्णा पंडित, पप्पू कुमार सिंह व अन्य लोग मौजूद थे। इसके पहले बसंतपुर के में भाजपा पूर्वी के जिलाध्यक्ष रंजीत प्रसाद के नेतृत्व में मंत्री का स्वागत किया गया। उन्होंने गांधी आश्रम में बापू की प्रतिमा पर माल्यार्पण भी किया। श्रद्धालुओं ने बाबा को शुद्ध घी से बने लड्डू अर्पित किया मंदिर के पुजारी त्रिभुवन दास ने बताया कि मन्नतें पूरी होने पर मेले के पहले दिन शनिवार को श्रद्धालुओं ने बाबा को शुद्ध घी से बने लड्डू (रोट) अर्पित किया। श्रद्धालु कहते हैं कि सच्चे मन से मांगी गई मुराद को बाबा अवश्य पूरा करते हैं। यही कारण है कि यहां लोगों की भीड़ उमड़ पड़ती है। इससे दिन पर दिन मेले को लेकर लोगों की श्रद्धा बढ़ती जा रही है। इसमें मुख्य रूप से मल्लाह (निषाद) समुदाय के लोग शामिल होते हैं। इसलिए यह निषाद मेला(मलाही मेला) के नाम से मशहूर है। हालांकि, अब इसमें अन्य सभी समुदाय के लोग भी शामिल होने लगे हैं। श्रद्धालुओं ने बताया कि वे लोग कई वर्षों से बाबा के दरबार में हाजिरी लगाने आते हैं। मेले में आसपास के गांवों के लोगों सहित राज्य के विभिन्न जिलों गोपालगंज, सारण, मोतिहारी, बेतिया, मुजफ्फरपुर, वैशाली, पूर्णिया, पटना, आरा, बक्सर, सहरसा, कटिहार के साथ -साथ उत्तर प्रदेश के कुशीनगर, तमकुही रोड व अन्य जगहों से करीब पचास हजार से अधिक निषाद समुदाय के श्रद्धालु पहुंचे हैं। मेले में शान्ति व्यवस्था बनाए रखने के लिए जगह-जगह मजिस्ट्रेट व पुलिस बल की तैनाती की गई है।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।