सिसवन में बनकर तैयार सामुदायिक अस्पताल से मरीज को लाभ नहीं
सिसवन में सामुदायिक अस्पताल का उद्घाटन न होने से मरीजों को उचित इलाज नहीं मिल पा रहा है। लोग निजी डॉक्टरों के पास जा रहे हैं। स्वास्थ्य मंत्री ने अन्य अस्पतालों का उद्घाटन किया, लेकिन सिसवन का अस्पताल...
सिसवन, एक संवाददाता। प्रखंड मुख्यालय के पास रेफरल अस्पताल से दक्षिण बनकर तैयार सामुदायिक अस्पताल के उद्घाटन नहीं होने से मरीज को समुचित लाभ नहीं मिल पा रहा है। जिसके कारण लोगो को चैनपुर बजार में नीजी डाक्टर से इलाज होता है। इसके साथ बनने वाले रघुनाथपुर सामुदायिक अस्पताल, महरौली अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, चैनपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मेहंदार का उद्घाटन तो हो गया, मगर अब तक सिसवन में बनकर तैयार सामुदायिक अस्पताल का उद्घाटन नहीं हो सका। सुबे के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने रघुनाथपुर व सिसवन के अस्पतालों का उद्घाटन किया, मगर सिसवन के इस समुदायिक अस्पताल का उद्घाटन क्यों नहीं हुआ स्थानीय लोगों के समझ से पड़े हैं। लोगों का कहना है कि आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जीत अगर इस अस्पताल का उद्घाटन हो जाए तो मरीजों को बेहतर की सुविधा मिल सकती है। उन्हें बाहर का रुख नहीं करना पड़ेगा। लगभग आठ करोड़ की लागत से बने इस अस्पताल में आईसीयू, ऑपरेशन थिएटर व अन्य कई आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध है। जिसका समुचित लाभ यहां के लोगों को मिल सकता है। इस संदर्भ में पूछे जाने पर मैनेजर जितेंद्र कुमार ने कहा कि यह तो सरकार व वरीय पदाधिकारी के ही हाथ में है कि इसका उद्घाटन कब होगा। एक महीना पहले ही इस अस्पताल के लिए आए सामानों का मिलान करके रख लिया गया है। सरकार पता नहीं कब इसका उद्घाटन करेंगी कह नहीं सकते। रेफरल के जर्जर भवन में देखे जाते है मरीज सिसवन। रेफरल अस्पताल के जर्जर भवन में ओपीडी सेवाएं संचालित होती है। इलाज के लिए आनेवाले मरीजों का इलाज जर्जर भवन में ही होता है। भवन के एक कमरे में सीजनल बीमारियों के लिए दो बेड आरक्षित किए जाते हैं तो बगल के रूम में मरीजों की भर्ती करना व प्रसव केंद्र है। ऑपरेशन का कार्य भी इसी बिल्डिंग में होता है। जगह जगह से दीवार व छत टूट कर गिरती है। मगर 3 सालों से बना रहे सामुदायिक भवन का उद्घाटन नहीं होने से यहां आने वाले मरीज भी भयभीत रहते हैं। रेफरल में नहीं है ओटी कर्मी व ड्रेसर सिसवन रेफरल अस्पताल में कई कर्मियों की कमी है। ओटी स्टाफ, कंपाउंडर ड्रेसर नहीं है। नए बनने वाले सामुदायिक अस्पताल में भी अब तक इन पदों पर किसी भी कर्मी की तैनाती नहीं हो पाई है। जबकि सर्जन के रूप में डॉक्टर रूपाली रस्तोगी और एनसिथिया के डॉक्टर विजय कुमार के अलावा कई अन्य चिकित्सक मौजूद है। अल्ट्रासाउंड मशीन एक कमरे में रखी गई है लेकिन उसका लाभ मरीजों को नहीं मिलता। पूर्व के दिनों में कई कर्मियों का रिटायरमेंट हो गया। लेकिन उसके जगह पर यहां नए स्टाफ को नहीं भेजा गया। जिससे कई पद रिक्त पड़े हुए है। डॉक्टर एएस खान ने बताया कि खाली पदों के लिए जिला के बड़े पदाधिकारी को अवगत कराया गया है। देखे कब तक यहां कर्मियों की तैनाती होती है।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।