दो महीने बाद भी पीपा पुल नहीं लगने से यात्रियों को हो रही है असुविधा
गुठनी में सरयू नदी पर पीपा पुल का निर्माण दो महीने बाद भी पूरा नहीं हुआ है, जिससे दरौली और यूपी के खरीद में यात्रा करने वाले लोगों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। स्थानीय लोग जल्द से जल्द पुल...
गुठनी, एक संवाददाता। यूपी और बिहार को नदी मार्ग से जोड़ने वाले पीपा पुल दो महीने बाद भी सरयू नदी में नहीं लगाया गया। जिससे जिले के दरौली और यूपी के खरीद तक की यात्रा करने वाले लोगों को काफी असुविधाओं का सामना करना पड़ रहा है। मिली जानकारी के अनुसार यूपी सरकार के लोक निर्माण विभाग द्वारा 5 नवंबर तक सरयू नदी में पीपा पुल को लगा दिया जाता था। हालांकि इसकी तैयारी विभाग द्वारा महीने दिन पूर्व से शुरू कर दिया गया था। लेकिन अभी तक सरयू नदी में पीपा पुल न लगने से विभाग के कार्य शैली पर जहां कई सवाल उठ रहे हैं। वहीं लोगों में धीरे-धीरे आक्रोश भी बढ़ता जा रहा है। विभाग के एसडीओ मोहम्मद इब्राहिम ने बताया कि पीपा पुल का निर्माण लगभग 75% तक कर दिया गया है। इस पर जल्द ही सरकार द्वारा यातायात बहाल कर दिया जाएगा। वहीं स्थानीय लोगों ने भी इसके निर्माण को जल्द पूरा करने की मांग की है। उनका कहना था कि इसके बन जाने से सैकड़ो मील दूर की यात्रा आसानी से की जा सकती है। पीपा पुल लगने से इन जगहों की दूरी हो जाएगी कम इसके निर्माण से बलिया जिले के सिकंदरपुर, बांसडीह, मनियर और सीवान जिले के दरौली, मैरवा, नौतन, गुठनी, आंदर, रघुनाथपुर, सिसवन, हसनपुरा, हुसैनगंज के लोगों को एक दूसरे जगह में आने जाने सहूलियत होगी। वही नदी पार करने में काफी कठिनाइयां होती हैं। लोगों को सड़क मार्ग से करीब 100 किलोमीटर की दूरी तय करके दूसरे प्रान्तो में जाना पड़ता है। जिससे उनको शारीरिक, मानसिक रूप के साथ पैसे की भी बर्बादी होती है। हालांकि नियमानुसार 25 अक्टूबर से ही पुल का संचालन शुरू हो जाना चाहिए। व्यवसायों को भी पीपा पुल से मिलता है मदद दरौली में बनने वाले पीपा पुल से यूपी के बलिया, मऊ, गाजीपुर, बनारस, जिले के लोग बिहार के दरौली, मैरवा नौतन, गोपालगंज, गुठनी, रघुनाथपुर, आंदर, अंसाव, हुसैनगंज, और हसनपुरा में अपने रिश्तेदारों और दोस्तों के यहां आने में सहूलियत मिलेगी। व्यावसायिक दृष्टिकोण से भी काफी आसानी हो जाएगी। मिली जानकारी के अनुसार, यूपी सरकार द्वारा वर्ष 2007 से लगातार नवंबर महीने में पीपा पुल लगती है।और 15 जून से पहले इसे खोल दिया जाता है। समय और पैसे की बचत के लिए पीपा पुल का लेते हैं सहारा दरौली प्रखंड और यूपी के खरीद के बीच चालू हो जाने से यात्रियों और किसानो को पैसे की बचत होती है। वही पीपा पुल के परिचालन से दरौली से बलिया जिले की दूरी महज डेढ़ घंटे में पूरी हो जाती है। साथ ही बनारस की दूरी पीपा पुल पार कर जाने से 50 किलोमीटर कम हो जाती है।
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