बोले सीवान : बैरिकेडिंग करने से तेल मिल तक नहीं पहुंच रहे हैं ग्राहक बोले सीवान : बैरिकेडिंग करने से तेल मिल तक नहीं पहुंच रहे हैं ग्राहक बोले सीवान : बैरिकेडिंग करने से तेल मिल तक नहीं पहुंच रहे हैं ग्राहक बोले सीवान : बैरिकेडिंग करने से तेल मिल तक नहीं पहुंच रहे हैं ग्राहक बोले सीवान : बैरिकेडिंग करने से तेल मिल तक नहीं पहुंच रहे हैं ग्राहक
जिले में सरसों के तेल मिल संचालकों को कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। यहां पेयजल और शौचालय की कमी है। दरबार सिनेमा के पास बैरिकेटिंग से माल लाने-ले जाने में कठिनाई हो रही है। व्यवसायियों ने...
जिले में सरसों का उत्पादन मंडी में काफी संख्या में तेल मिल संचालक हैं। लाखों का हर दिन करोबार होता है। जिले के बड़े व्यवसायी के साथ ग्राहक भी आते हैं। लेकिन यहां पेयजल और शौचालय सहित कई सुविधाएं नहीं है। दरबार सिनेमा के पास रोड पर लोहे का ब्रेकर लगाकर सड़क को बराबर के लिए बंद कर दिए जाने से माल ले आना और ले जाना बड़ी समस्या है। अगर प्रशासन की ओर से इसे रात में खोल दिया जाता तो तेल मिल संचालकों और कारोबारियों को दुकानों पर माल लेकर आने- जाने में फायदा होने लगता। यहां पर कचरा प्वाईंट्स भी बना दिया गया है। इससे भी दोपहर तक जाम की समस्या का सामना करना पड़ता है। तेल मिल संचालकों का कहना है कि नगर परिषद की ओर से सफाई की व्यवस्था समय पर होनी चाहिए। यातायात जाम की समस्या भी प्रबल है। यहां मिल चलाने वाले व्यवसायियों सुरक्षा और शाम होने पर पर्याप्त रोशनी की दरकार है। व्यवसायियों ने बताया कि मंडी में न शौचालय है, न बाथरूम की सुविधा है। इससे ग्राहक के साथ-साथ व्यवसायियों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। साथ ही, सड़क पर बिना कवर के हाईटेंशन तार लटके हैं। इससे माल लेकर आने वाले वाहन से माल उतार रहे पालदारों को भी कठिनाईयों का सामना करना पड़ता है। इसके अलावा इस रोड में आने के लिए वाहनों को कठिनाई होती है। रात के समय भी माल ले आना यहां अब एक समस्या बन गई है। हल्की बारिश के बाद भी बाजार में कीचड़ फैल जाता है, इससे ग्राहकों और व्यापारियों को आने-जाने में कठिनाई होती है। कीचड़ के कारण कपड़े गंदे हो जाते हैं। इससे खरीदारी का अनुभव प्रभावित होता है। अव्यवस्थित पार्किंग से भी परेशानी है। बाजार क्षेत्र में पार्किंग की उचित व्यवस्था नहीं होने से ग्राहकों को सड़क पर वाहन खड़ा करना पड़ता है, जिससे यातायात बाधित होता है और चालान कटने की संभावना बढ़ जाती है। सफाई व्यवस्था की कमी है। नियमित सफाई न होने से गंदगी और दुर्गंध फैलती है, जिससे व्यापारियों और ग्राहकों दोनों को असुविधा होती है। खुले में कूड़ा फेंकने से समस्या और बढ़ जाती है।
परंपरागत धंधे पर वार कर रहीं बड़ी कंपनियां
तेली समाज एक प्रमुख व्यवसायिक जाति है, जो परंपरागत रूप से तेल निकालने और व्यापार से जुड़ी रही है। हालांकि, आधुनिक समय में यह समाज कई चुनौतियों का सामना कर रहा है, जिससे उनकी सामाजिक और आर्थिक स्थिति प्रभावित हो रही है। तेली समाज का पारंपरिक व्यवसाय तेल निकालना और बेचना था, लेकिन आधुनिक तकनीक और बड़े उद्योगों के बढ़ते प्रभाव ने इस व्यवसाय को नुकसान पहुंचाया है। अब पारंपरिक तेल मिलें कम हो गई हैं और बड़े ब्रांडों ने बाजार पर कब्जा कर लिया है। इससे तेली समाज के छोटे व्यापारियों को रोज़गार की नई संभावनाओं की तलाश करनी पड़ रही है। शिक्षा की कमी तेली समाज की एक बड़ी समस्या है। हालांकि अब युवा पीढ़ी शिक्षा की ओर बढ़ रही है, फिर भी समाज का एक बड़ा तबका अभी भी उच्च शिक्षा से वंचित है। शिक्षा के अभाव में सरकारी नौकरियों और अन्य व्यवसायिक अवसरों में उनकी भागीदारी कम हो जाती है। आज के बदलते दौर में जहाँ डिजिटल और तकनीकी व्यवसाय आगे बढ़ रहे हैं, वहीं तेली समाज के लोग इन नए अवसरों से पूरी तरह नहीं जुड़ पा रहे हैं। व्यापारिक मानसिकता होते हुए भी उन्हें नई तकनीकों और बाजार की समझ हासिल करने में मुश्किल हो रही है। समाज के लोग मेहनती और व्यापारिक प्रवृत्ति के होते हैं, लेकिन वर्तमान समय में उन्हें कई सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। यदि शिक्षा, राजनीतिक भागीदारी और आधुनिक व्यवसायों में उनकी भागीदारी बढ़ाई जाए, तो यह समाज न केवल अपनी स्थिति सुधार सकता है बल्कि देश की आर्थिक वृद्धि में भी महत्वपूर्ण योगदान दे सकता है।
प्रस्तुति- अभिषेक उपाध्याय
बैरिकेटिंग हटाने से ही बाजार का मुख्य मार्ग होगा प्रशस्त
व्यवसायियों के साथ-साथ ग्राहकों के लिए बाजार और मंडी में जाने की कठिनाई को दूर करना जरूरी है। यहां से जाने के लिए दरबार के पास बैरिकेटिंग जो की गई हे उसको कम से कम रात में सुबह में खुला छोड़ना पड़ेगा तभी जाकर इस समस्या से निजात मिल पाएगी। शौचालय और शुद्ध पेयजल की सुविधा नहीं होना भी एक बड़ी समस्या है। इसके चलते किसी ग्राहक या दुकानदार को शौच लगने पर बड़ी परेशानी खड़ी हो जाती है। सबसे बड़ी परेशानी महिला ग्राहकों को होती है, जिनको शौच लगने पर किसी के घर पूछ कर जाना पड़ता है। अगर शौचालय की व्यवस्था मंडी में रहती तो दूर-दूर गांवों से आने वाले ग्राहक परेशान नहीं होते। जिला प्रशासन को सबसे पहले इन समस्याओं का सामाधान करना चाहिए। बताया गया कि यहां पर पूरे जिले ही नहीं बल्कि अन्य जिलों से भी व्यापारी इस मंडी में आते हैं। यहां पर जगह रहते हुए पेशाब खाना तक नहीं बन सका। जिला प्रशासन जल्द से जल्द इस समस्या को दूर करें। इसके साथ प्राथमिकता के तौर पर जितने भी यह खंबे पर स्ट्रीट लाइट लगे हैं, इसे ठीक कराने का कार्य करे। क्योंकि 7 महीना से यह लाइट जल नहीं रहा है और साफ सफाई के मामले पर भी कोई विशेष यहां पर ध्यान देने की जरूरत है। देहाती से भी व्यापारी यहां आते हैं। इनलोगों के लिए गल्ला मंडी प्रमुख व्यावसायिक केंद्र है, और मंडी मूलभूत सुविधा से वंचित है। व्यवसाय को लेकर बाहर से आने वाले को कहीं पेशाब करना हो, स्वच्छ जल की जरूरत पड़े तो कोई व्यवस्था यहां पर जिला प्रशासन की ओर से नहीं दिखती है।
शिकायत :
1. नगर परिषद की ओर से बाजार के मुख्य गेट पर ही कूड़ा इकठ्ठा करने के लिए जगह बना दिया गया है। इससे बाजार में आनेवाले लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
2. नगर परिषद को दुकान की जगह प्राथमिकता के आधार पर सबसे पहले शौचालय बनाना चाहिए था। लेकिन नाला पर जहां शौचालय के लिए पर्याप्त जगह थी। वहां शौचालय न बनाकर दुकान बनाना उचित समझा।
3. दरबार सिनेमा के पास जो बैरिकेटिंग बराबर कर दी गई है, उससे व्यापार चौपट होता जा रहा है। अगर बैरिकेटिंग को रात में और सुबह में खोल दिया जाए तो तेल मिल संचालकों को काफी सुविधा होगी।
4.रात में दुकानों का ताला टूटने का डर रहता है। इसको लेकर पुलिस गश्त के साथ-साथ रात में पुलिस की तैनाती भी होनी चाहिए। इसमें पुलिस बल के साथ एक पदाधिकारी को प्रतिनियुक्त किया जाए।
सुझाव :
1. सब्जी मंडी से सरकार को भारी राजस्व की प्राप्ति आयकर, जीएसटी सहित अन्य माध्यमों से होती है। लेकिन सुविधा के नाम पर यहां कुछ नहीं है। जिला प्रशासन को तत्काल दुकानदारों की समस्या का सामाधान करना चाहिए।
2. बड़ी वाहनों को मंडी में आने पर लटके बिजली के नंगे तार से हमेशा करंट लगने का खतरा रहता है। इसके अविलंब विद्युत विभाग द्वारा दूर किया जाना चाहिए। कवर तार लगाने की जरूरत है।
3. तेल मंडी से किराना व्यवसायी करोड़ों का कारोबार करते हैं, यहां पर सीसीटीवी की व्यवस्था तक नहीं है। यहां सीसीटीवी जिला प्रशासन को लगाना चाहिए। ताकि कोई घटना हो तो जल्द से जल्द निष्पादन हो सके।
4. प्रशासन को संवाद कर उनकी समस्याओं को भी जानना चाहिए, ताकि सुरक्षा के उद्देश्य से किसी प्रकार की परेशानी आगे व्यवसायियों को न हो।
हमारी भी सुनिए :
01. जिला प्रशासन की ओर से व्यवसायियों की सुविधा के लिए कारोबारी में कोई व्यवस्था नहीं है। यहां शौचालय, पेयजल की मुख्य समस्या है। इसे जल्द से जल्द दूर करने की जरूरत है।
- अवध किशोर
02. दरबार सिनेमा के पास बैरिकेटिंग को खोलवाना जरूरी है। इसके खुल जाने पर लोगों को आने- जाने में परेशानी नहीं होगी। ग्राहकों के आनेे पर ही न व्यापार पनपेगा।
श्यामा गुप्ता
03. मुख्य सड़क से जो उपभोक्ता मंडी में आते हैं। उनको बाइक या रिक्शा से वह मुख्य सड़क के तरफ ही लगाना पड़ता है। क्योंकि मंडी में सड़क चौड़ी नहीं है। इससे हमेशा जाम की समस्या बनी रहती है।
- कृष्णाजी
04. श्रद्धानंद बाजार से सरकार को काफी राजस्व मिलता है। जीएसटी, आयकर के रूप में यह राजस्व प्राप्त होता है। जिला प्रशासन से मांग करूंगा कि व्यावसायिक वर्गों की मूलभूत सुविधा पर ध्यान देने की कोशिश करें।
- राजेश कुमार
05. तेल कारोबारी के लिए सबसे बड़ी समस्या यातायात को लेकर है। मेन रोड से जाम से निजात दिलाने के लिए बैरिकेटिंग की गई है। इससे ग्राहकों को आने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। माल लाने आर भेजने में भी परेशानी उठानी पड़ती है।
- सुमित कुमार
06. अभी हमारे दुकान के सामने जो निकट से तार गई है। वहां पर दोनों तार एकदम हमेशा स्पार्किंग करता है। इससे खतरा का डर बनी रहती है। इस समस्या का शीघ्र सामाधान किया जाना चाहिए।
- मंटू कुमार
07. बिना कवर के बिजली के लटके तार के चलते बड़े वाहनों को मंडी में आने में परेशानी होती है। उपर से माल उतारने वाले पालदारों को करंट लगने का भय बना रहता है। विद्युत विभाग को कवर वाली तार यहां लगाना चाहिए।
- प्रथम कुमार
08. यहां पर आए दिन करोड़ों का व्यवसाय होता है। सुरक्षा की दृष्टिकोण से कोई व्यवस्था नहीं है। यहां पर सीसी कैमरा लगना चाहिए। रात में भी गाड़ी लगी रहती है। लेकिन इसकी सुरक्षा का कोई इंतजाम नहीं है।
- रिकी कुमार
09. यहां हमेशा पुलिस पेट्रोलिंग नहीं होती है। इससे व्यवसायियों में अपराधियों का डर बना रहता है। पुलिस प्रशासन गश्ती की व्यवस्था करे। जिससे व्यवसायी निडर होकर अपना व्यवसाय कर सके।
- मुकेश राज
10. यहां पर करोड़ों का धंधा होता है। बाहर से गाड़ी वाले आते हैं, और नशेड़ी यहां पर रात में उनसे छिनतई करते हैं। रात होते ही यहां सारे नशेड़ी का जाम घाट हो जाता है। पेट्रोलिंग कभी-कभी आती है, तो लोग भाग जाते हैं। हमेशा ड्राइवर की मोबाइल चोरी हो जाना, पैसा सामान चोरी हो जाने की घटना होते रहती है।
- पीयूष कुमार
11. नगर परिषद को सुविधा देने की जरूरत है।
- राहुल गुप्ता
12 . फल मंडी व सब्जी मंडी के सामने दोनों जगह नगर परिषद दुकान तोड़वाकर मूत्रालय बनाए। क्योंकि सीवान, छपरा, गोपालगंज से अन्य जगहों से आने वाले व्यापारी को किसी प्रकार की शौच संबंधी कठिनाई नहीं हो।
- विनोद कुमार
13. बउ़े होलसेल कारोबारी को भी परेशानी हो रही है। छोट- छोटे कारोबारियों को बैरिकेटिंग की वजह से अधिक परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ग्राहक की सुविधा का ख्याल करना चाहिए।
- राजेश कुमार
14. बाजार में नालों की सफाई व्यवस्था करनी चाहिए। इससे परेशानी हो रही है। नालों की सफाई नहीं हो पाने से लोगों को खड़ा होकर सामान की खरीदारी करना मुश्किल हो जा रहा है।
- सुनील दुबे
15. आए दिन यहां पर रात्रि में बाहर से ट्रक आता है, तो काफी परेशानी होती है। यहां पर चालकों से कुछ उचक्के टाइप के लोग हैं, जो मोबाइल छीनने का प्रयास आए दिन करते हैं। कुछ पैसे भी झपटने की कोशिश करते है। इसलिए यहां पुलिस की तैनाती जरूरी है।
- रवीन्द्र द्विवेदी
16. आए दिन यहां पर रात्रि में बाहर से ट्रक आता है, तो काफी परेशानी होती है। यहां पर चालकों से कुछ उचक्के टाइप के लोग हैं, जो मोबाइल छिनने का प्रयास आएदिन करते हैं। कुछ पैसे भी झपटने की कोशिश करते है। इसलिए यहां पुलिस की तैनाती जरूरी है।
- सेना लाल
17. दुकानदार को शौच लगने पर बड़ी परेशानी खड़ी हो जाती है। सबसे बड़ी परेशानी महिला ग्राहकों को होती है, जिनको शौच लगने पर किसी के घर पूछ कर जाना पड़ता है। अगर शौचालय की व्यवस्था मंडी में रहती तो दूर-दूर गांवों से आने वाले ग्राहक परेशान नहीं होते।
- प्रदीप कुमार
18. पूरे जिले ही नहीं बल्कि अन्य प्रखंडों से भी व्यापारी इस मंडी में आते हैं। यहां पर जगह रहते हुए पेशाब खाना तक नहीं बन सका। जिला प्रशासन जल्द से जल्द इस समस्या को दूर करें।
- संजय कुमार
19. प्राथमिकता के तौर पर जितने भी यह खंबे पर स्ट्रीट लाइट लगे हैं, इसे ठीक कराने का कार्य करे। क्योंकि, सात महीना से यह लाइट जल नहीं रहा है। हमलोग रात में रोशनी कम होने से जल्द ही दुकान बंद कर देते हैं।
- राजेश कुमार
20. साफ सफाई के मामले पर भी कोई विशेष यहां पर ध्यान देने की जरूरत है। देहात से भी व्यापारी यहां आते हैं। गंदगी के बीच व्यवसायी को आने जाने पर वे जिला प्रशासन को ही दोषी ठहराते हैं।
- बलिन्द्र कुमार
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