70 फीसदी लोग खांसी, सर्दी, बुखार, सिरदर्द, गले में खरास से पीड़ित
सीवान जिले के दरौली प्रखंड के बेलांव पंचायत में 70 फीसदी लोगों को सर्दी, खांसी व बुखार के लक्षण हैं। बावजूद पंचायत के लोग कोविड-19 की जांच से परहेज करते हैं। इसका मुख्य कारण उनमें जागरूकता की कमी है।...
सीवान जिले के दरौली प्रखंड के बेलांव पंचायत में 70 फीसदी लोगों को सर्दी, खांसी व बुखार के लक्षण हैं। बावजूद पंचायत के लोग कोविड-19 की जांच से परहेज करते हैं। इसका मुख्य कारण उनमें जागरूकता की कमी है। इसी पंचायत में एमएलसी टून्ना पांडेय व बड़हरिया राजद विधायक बच्चा पांडेय का पैतृक घर है। बेलांव से लेकर पिपरहीआ मोड़ पर गवंई बाजार लगता है। पंचायत में अधिकारिक रूप से अबतक बारह से अधिक लोग कोविड पॉजिटिव पाए गए हैं। पंचायत के 70 फीसदी लोग खांसी, सर्दी, बुखार, सिरदर्द, गले में खरास, उल्टी व तेज बदन दर्द से परेशान से हैं। बाजार में दवा दुकान पर लोगों की भीड़ जुटी रहती है। एक तरह से कहा जाए तो यहां की चिकित्सा व्यवस्था स्थानीय दुकानदारों के हाथों में ही है। बिना जांच कराए दवा दुकानदार से दवा खरीदकर खाने से कई ग्रामीणों की परेशानी जब अधिक बढ़ जाती है तो ये लोग निजी अस्पतालों और पीएससी का रूख करते हैं। दरौली पीएचसी में भी दवा की कोई भी उचित व्यवस्था नहीं होने से ग्रामीण क्षेत्रों के डॉक्टर हीं इन सब बीमारियों का इलाज मनमाने ढंग से कर रहे हैं। गरीब परिवार के लोगों को दो वक्त की दाल-रोटी के भी लालें हैं ऐसे में उन्हें कर्ज पर रुपये लेकर इलाज कराना पड़ रहा है। पंचायत के नेतवार, रहटौआ, पिपराहीया, डोभीया, गंगपलिया व माश्रौली के अधिकांश लोगों ने अभी तक कोविड-19 का जांच आज तक नहीं कराया है।
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