दरौली, गुठनी, आंदर के पीएचसी में 603 महिला स्वास्थ कर्मी तैनात
दरौली विधानसभा के तीन प्रखंडों में 603 महिला स्वास्थ्य कर्मियों की नियुक्ति हुई है। गुठनी, दरौली और आंदर के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में कोई महिला चिकित्सा प्रभारी नहीं है। इन केंद्रों में गर्भवती...

गुठनी, एक संवाददाता। दरौली विधानसभा में पड़ने वाले तीन प्रखंड मुख्यालयों दरौली, गुठनी, आंदर के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में 603 महिला स्वास्थ्य कर्मियों की तैनाती हुई है। हालांकि इन तीनों प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में कोई भी महिला चिकित्सा प्रभारी नियुक्त नहीं है। जानकारी के अनुसार गुठनी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में जहां आशा 143, जीएनएम 5, एएनएम 6, डीसीएम एक, स्टाफ नर्स एक, टीवी एसटीएस एक, डाटा एंट्री ऑपरेटर एक और ममता 07 नियुक्त है। वही दरौली प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में एएनएम 28, जीएनएम 0, आशा 208, ममता 07, स्टाफ नर्स शून्य, टीवी एसटीएस 00, डाटा एंट्री ऑपरेटर 00 की प्रतिनियुक्ति हुई है। तीनों प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में महिलाओं के प्रसव, प्रसव पूर्व जानकारी, महिला नसबंदी, महिलाओं से जुड़ी समस्याएं, जहां 1 वर्षों में बेहतर रही है। वहीं अस्पताल में महिला स्वास्थ्य कर्मियों की अधिक नियुक्ति से स्थानीय ग्रामीणों के साथ-साथ गर्भवती महिलाओं को भी काफी लाभ मिलता। गुठनी पीएचसी के हेल्थ मैनेजर शाहिद अली ने बताया कि कम संसाधनों में बेहतर करने का प्रयास किया जाता है। यहां महिलाओं और उनसे जुड़ी समस्याओं का बेहतर समाधान किया जाता है। गर्भवती महिलाओं और उनसे जुड़ी जांच के आंकड़े बेहतर दरौली, गुठनी, आंदर के पीएचसी में गर्भवती महिलाओं और उनसे जुड़ी समस्याओं को लेकर जहां आंकड़े बेहतर हैं। मिली जानकारी के अनुसार दरौली पीएचसी में मिली कुल 1749 महिलाओं का प्रसव सुरक्षित तरीके से कराया गया। वही फैमिली प्लानिंग के तहत 85 महिलाओं को इसका लाभ दिया गया। जबकि 1462 महिलाओं को प्रसव पूर्व की जानकारी उपलब्ध कराई गई। जबकि गुठनी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में एक वर्ष में 1362 महिलाओं का प्रसव सुरक्षित तरीके से कराया गया। वही फैमिली प्लानिंग के तहत 65 महिलाओं को इसका लाभ दिया गया। जबकि 1262 महिलाओं को प्रसव पूर्व की जानकारी उपलब्ध कराई गई। स्वास्थ विभाग द्वारा जारी लाभों की मिलती है जानकारी दरौली, गुठनी, आंदर के पीएचसी में स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी सभी जानकारी को ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य कर्मियों के माध्यम से दी जाती है। इनमें एनीमिया से जुड़ी जानकारी, टीवी प्लस का प्रचार, परिवार नियोजन की जानकारी, अंतरा सुई समेत कई योजनाएं शामिल है। हेल्थ मैनेजर शाहिद अली ने बताया कि एपीएचसी पर भी गर्भवती महिलाओं को जांच, दवाइयां, नैनिहालों को टीकाकरण से लेकर कई स्वास्थ योजनाएं चालू रहती है। गंभीर बीमारी के मरीजों को पीएचसी बुलाकर भी इलाज किया जाता है।
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